यह ख़बर 09 जनवरी, 2014 को प्रकाशित हुई थी

पाकिस्तानियों का सामना करने के लिए पूरी तरह तैयार थे अमेरिकी सील : गेट्स

वाशिंगटन:

पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री राबर्ट गेट्स ने अपनी नई पुस्तक में खुलासा किया है कि ऐबटाबाद में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के अभियान के दौरान अमेरिकी नौसेना के 'सील' सैनिकों ने पाकिस्तानी सैन्यबलों से घिर जाने की स्थिति में वहां से निकलने की जरूरी तैयारी कर रखी थी।

गेट्स ने अपनी आगामी पुस्तक 'ड्यूटी: मैमायर्स ऑफ ए सेक्रेटरी एट वार' में लिखा है, 'मुझे चिंता थी कि पाकिस्तानी इंटर सर्विसेज इंटेलीजेंस (आईएसआई) को पता था कि बिन लादेन कहा है और ऐसा संभावना थी कि उस परिसर के आसपास कई सुरक्षा घेरे हों जिनके बारे में हमें कुछ मालूम नहीं है या बहुत कम मालूम हो, यह भी कि जितना हम जानते थे, उसकी तुलना में आईएसआई को बहुत ज्यादा पता हो।'

उन्होंने लिखा है सबसे खराब स्थिति तो यह थी कि पाकिस्तानी तुरंत परिसर में कई सैनिक बुला सकते थे, हमारी टीम को वहां से निकलने से रोक सकते थे और उन्हें कैदी बना सकते थे।

गेट्स लिखा है कि उन्होंने अपने वाइस एडमिरल विलियम मैक रैवन से पूछा कि यदि पाकिस्तानी सेना अभियान के दौरान पहुंच जाए तो ऐसी स्थिति के लिए उन्होंने क्या योजना बनाई है, उन्होंने कहा कि टीम परिसर में बैठ जाएगी और राजनयिक नतीजे का इंतजार करेगी।

उन्होंने लिखा है, 'वे परिसर के अंदर इंतजार करेंगे और किसी पाकिस्तानी पर गोली नहीं चलाएंगे। तब मैंने पूछा यदि पाकिस्तानियों ने दीवार तोड़ दी तो ‘क्या आप गोली चलाएंगे या आत्मसमर्पण करेंगे।' मैंने कहा कि हमारी टीम आत्मसमर्पण नहीं करेगी। यदि पाकिस्तानी सेना वहां पहुंच गयी तो हमारी टीम वहां से निकलने के लिए जो भी जरूरी होगा करेगी।'

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बिन लादेन मई, 2011 को ऐबटाबाद में सील सैनिकों के अभियान में मारा गया था।