मनोहर पर्रिकर का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उरी आतंकी हमले के संबंध में बुधवार को यह स्वीकार करते हुए कहा, ''कुछ न कुछ तो चूक जरूर हुई है''. हालांकि साथ ही यह भी कहा, ''वह ऐसे कदम उठाएंगे ताकि यह सुनिश्चित हो कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो.'' उल्लेखनीय है कि रविवार तड़के को जम्मू-कश्मीर के उरी आर्मी बेस में आतंकी हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे.
उन्होंने इस सिलसिले में यहां कहा, ''निश्चित रूप से कुछ न कुछ चूक हुई है...मैं उसके विस्तार में नहीं जाऊंगा. निश्चित रूप से यह बेहद संवेदनशील मामला है. जब कोई चूक हो जाती है और आप उसको सुधारने की कोशिश करते हैं तो यह भी सुनिश्चित करते हैं कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो. प्रबंधन का सिद्धांत भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहता है. हम निश्चित रूप से इसकी छानबीन करेंगे कि क्या खामी रह गई और ऐसे कदम भी उठाए जाएंगे ताकि एेसा दोबारा नहीं हो.''
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "मैं अपने जीवन में गलती की शून्य गुंजाइश और 100 प्रतिशत परफेक्शन देने में यकीन करता हूं. देश को यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटनाएं बार-बार नहीं हों."
जब उनसे इस आतंकी हमले के बाद भारत के जवाब के बारे में पूछा गया तो रक्षा मंत्री ने कहा, ''यदि इसकी जरूरत होगी तो मैं बेझिझक इस पर प्रतिक्रिया दूंगा. किस प्रकार की कार्रवाई होगी...इस पर मंथन की जरूरत है. पीएम का यह बयान कि उड़ी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, महज केवल बयान ही नहीं रहेगा. हम इस पर गंभीर है.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने इस सिलसिले में यहां कहा, ''निश्चित रूप से कुछ न कुछ चूक हुई है...मैं उसके विस्तार में नहीं जाऊंगा. निश्चित रूप से यह बेहद संवेदनशील मामला है. जब कोई चूक हो जाती है और आप उसको सुधारने की कोशिश करते हैं तो यह भी सुनिश्चित करते हैं कि इस तरह की घटना दोबारा नहीं हो. प्रबंधन का सिद्धांत भी यह सुनिश्चित करने के लिए कहता है. हम निश्चित रूप से इसकी छानबीन करेंगे कि क्या खामी रह गई और ऐसे कदम भी उठाए जाएंगे ताकि एेसा दोबारा नहीं हो.''
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा, "मैं अपने जीवन में गलती की शून्य गुंजाइश और 100 प्रतिशत परफेक्शन देने में यकीन करता हूं. देश को यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि ऐसी घटनाएं बार-बार नहीं हों."
जब उनसे इस आतंकी हमले के बाद भारत के जवाब के बारे में पूछा गया तो रक्षा मंत्री ने कहा, ''यदि इसकी जरूरत होगी तो मैं बेझिझक इस पर प्रतिक्रिया दूंगा. किस प्रकार की कार्रवाई होगी...इस पर मंथन की जरूरत है. पीएम का यह बयान कि उड़ी हमले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा, महज केवल बयान ही नहीं रहेगा. हम इस पर गंभीर है.''
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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