बड़ी संख्‍या में पुलिसकर्मियों से घिरे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने लखीमपुर में डाला वोट

अजय मिश्रा, पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार में गृह राज्‍य मंत्री और वरिष्‍ठ बीजेपी नेता है. पूर्वी यूपी खासकर लखीमपुर में उनका खासा प्रभाव है.

बड़ी संख्‍या में पुलिसकर्मियों से घिरे केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ने लखीमपुर में डाला वोट

UP Polls 2022: कई पुलिसकर्मियों और अर्धसैनिक बलों से घिरे, केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी (Ajay Mishra)ने बुधवार को उत्‍तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के एक बूथ में मतदान किया. लखीमपुर खीरी में पिछले साल किसानों पर वाहन चढ़ाने के आरोपी बेटे आशीष मिश्रा के बारे में संवाददाताओं की ओर से सवाल पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ने केवल 'विक्‍ट्री'  का साइन दिखाया. गौरतलब है कि आशीष मिश्रा पिछले वर्ष अक्‍टूबर से जेल में था और  यूपी चुनाव के बीच कुछ सप्‍ताह पहले ही उसे बेल पर रिहा गया है. विजुअल्‍स में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा को धक्‍कीमुक्‍की के बीच आगे बढ़ते दिखाया गया है. बड़ी संख्‍या में मौजूद पुलिसकर्मियों उनके और मीडिया के बीच 'रुकावट' बने हुए हैं. पत्रकारों ने ध्‍यान आकर्षित करने के लिए 'अजय मिश्रा जी!' की आवाज लगाई लेकिन उनके नजदीक पहुंचने में नाकाम रहे. तस्‍वीरों से एक वोटर के इतनी अधिक सिक्‍युरिटी के साथ पोलिंग बूथ जाने को लेकर सवाल भी उठे. 

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अजय मिश्रा, पीएम नरेंद्र मोदी की केंद्र सरकार में गृह राज्‍य मंत्री और वरिष्‍ठ बीजेपी नेता है. पूर्वी यूपी खासकर लखीमपुर में उनका खासा प्रभाव है. बता दें कि 'मंत्रीजी' ने अपने आरोपी बेटे को लेकर मीडिया द्वारा पूछे गए सवालों के शायद ही कभी जवाब दिए हैं. पिछले वर्ष उन्‍हें एक जर्नलिस्‍ट को धमकाते हुए भी कैमरे में कैद किया गया था. उत्‍तर प्रदेश में आज चौथे चरण के लिए वोटिंग हो रही है. विधानसभा चुनाव के लिए राज्‍य में सात चरणों में मतदान होगा. परिणाम 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे.  

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बता दें, 3 अक्टूबर, 2021 को जिले के तिकुनिया इलाके में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गई थी.  इस मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष तथा 15-20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया था. आशीष को 9 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था. इस घटना में कथित तौर पर भीड़ में लोगों के ऊपर एसयूवी (थार जीप) चढ़ा देने से चार किसानों की मौत हो गई थी. उसके बाद भड़की हिंसा में दो भाजपा समर्थकों, एक एसयूवी चालक और एक पत्रकार की भी मौत हो गई.