सेना की ओर से कांगो भेजी गई खेप में अवैध हथियार और ड्रग्स मिलने के मामले में यूएन ने दी क्लीन चिट

सेना की ओर से कांगो भेजी गई खेप में अवैध हथियार और ड्रग्स मिलने के मामले में यूएन ने दी क्लीन चिट

प्रतीकात्मक फोटो

भारतीय सेना द्वारा कांगो भेजी गई खेप में मिले अवैध हथियार और ड्रग्स के मामले में यूएन ने क्लीन चिट दे दी है। यूएन के प्रवक्ता के मुताबिक कागजी कार्रवाई में हुई गलती की वजह से यह गलतफहमी  हुई। जहाज में मिला सफेद पाउडर टायरों को लंबी यात्रा के दौरान नमी से बचाने के लिये इस्तेमाल होता है। इससे पहले कीनिया पुलिस ने मोम्बासा बंदरगाह पर जहाज को जब्त कर लिया।

सेना ने यह खेप मुंबई से एक प्राइवेट जहाज के जरिये यूएन पीस कीपिंग फोर्स को भेजी थी। सेना ने हथियारों की इस खेप को 11 सिंतबर 2015 को यूएन के कॉन्ट्रैक्ट वाले व्यापारिक जहाज के हवाले कर दिया था। कीनिया पुलिस ने यह कार्रवाई अमेरिकी ड्रग्स एनफोर्समेंट एजेंसी की सूचना पर की। इस पर भारतीय सेना का कहना था कि सेना ने लिखित में अपने हथियारों, टैंक और दूसरी चीजों की जानकारी दी थी। अगर रास्ते में कोई इसमें अवैध हथियार और ड्रग्स मिला देता है, तो यह सेना की जिम्मेदारी नहीं है। सेना ने यूएन से संपर्क कर मामले की जांच कराने की अपील की है। सेना के सूत्रों का कहना है कि जांच में किसी भी तरह का ड्रग्स या नॉरकोटिक्स का समान नहीं मिला है। कीनिया पुलिस ने कुछ हथियारों पर सवाल उठाए थे, क्योंकि जहाज के अधिकारियों ने इन हथियारों से संबधित दस्तावेज उन्हें नही दिखाए थे।

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