सलेम:
तमिलनाडु के सलेम स्थित एक सरकारी अस्पताल में एक गर्भवती महिला से कथित रूप से रिश्वत मांगी गई और लेकिन रिश्वत देने में असमर्थ महिला को बच्चे को बसस्टैंड पर जन्म देने को बाध्य होना पड़ा।
अस्पताल के डीन डॉ. वल्लिनयागम ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की रहने वाली 24 वर्षीय महिला पेशे से मजदूर है। सुबह प्रसव पीड़ा होने पर वह अपने पति और दो बच्चों (पांच और दो वर्ष) के साथ अस्पताल आई। इस दौरान कुछ नर्सिंग कर्मचारियों ने कथित रूप से उससे प्रसव के लिए एक हजार रुपये की मांग की। उन्होंने बताया कि महिला जब रिश्वत का भुगतान नहीं कर पाई तो उसे कथित रूप से वार्ड से जबर्दस्ती बाहर कर दिया गया। जब वह अस्पताल से करीब एक किलोमीटर चलने के बाद सलेम के पुराने बसस्टैंड पर पहुंची तो उसने एक बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि वहां से गुजर रही दो महिलाओं ने उसकी मदद की। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने तत्काल एंबुलेंस बुलाई और उसे उसी अस्पताल पहुंचाया जहां मुझे मामले की जानकारी दी गई।
वल्लिनयागम ने बताया कि उनके नेतृत्व में तीन लोगों की एक टीम इसकी जांच करेगी और यदि घटना सही पाई गई तो संबंधित अस्पताल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।
अस्पताल के डीन डॉ. वल्लिनयागम ने बताया कि आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की रहने वाली 24 वर्षीय महिला पेशे से मजदूर है। सुबह प्रसव पीड़ा होने पर वह अपने पति और दो बच्चों (पांच और दो वर्ष) के साथ अस्पताल आई। इस दौरान कुछ नर्सिंग कर्मचारियों ने कथित रूप से उससे प्रसव के लिए एक हजार रुपये की मांग की। उन्होंने बताया कि महिला जब रिश्वत का भुगतान नहीं कर पाई तो उसे कथित रूप से वार्ड से जबर्दस्ती बाहर कर दिया गया। जब वह अस्पताल से करीब एक किलोमीटर चलने के बाद सलेम के पुराने बसस्टैंड पर पहुंची तो उसने एक बच्चे को जन्म दिया। उन्होंने बताया कि वहां से गुजर रही दो महिलाओं ने उसकी मदद की। उन्होंने बताया कि स्थानीय लोगों ने तत्काल एंबुलेंस बुलाई और उसे उसी अस्पताल पहुंचाया जहां मुझे मामले की जानकारी दी गई।
वल्लिनयागम ने बताया कि उनके नेतृत्व में तीन लोगों की एक टीम इसकी जांच करेगी और यदि घटना सही पाई गई तो संबंधित अस्पताल कर्मचारियों को निलंबित कर दिया जाएगा।
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