VIDEO : ''यही उम्‍मीद थी कि सरकार और 'आप' हमें बचा लेंगे'' - पीएम मोदी से बोले यूक्रेन से लौटे भारतीय स्‍टूडेंट

इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैं कल्‍पना कर सकता हूं कि उस समय आप किस तरह की मनोस्थिति से गुजरे होंगे. इतनी कम आयु में आपको इस तरह से ऐसे अनुभव से गुजरना पड़ा है.'

वाराणसी :

Ukraine Crisis:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटे उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के स्‍टूडेंट्स के एक समूह से गुरुवार को मुलाकात की. इस दौरान यूक्रेन से लौटे स्‍टूडेंट्स ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए. बातचीत के दौरान एक छात्रा ने युद्धग्रस्‍त यू्क्रेन से सुरक्षित देश पहुंचाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को धन्‍यवाद दिया. उसने पीएम से यह भी आग्रह किया कि इसी तरह यूक्रेन में फंसे अन्‍य भारतीयों को भी निकाला जाए. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, 'मैं कल्‍पना कर सकता हूं कि उस समय आप किस तरह की मनोस्थिति से गुजरे होंगे. इतनी कम आयु में आपको इस तरह से ऐसे अनुभव से गुजरना पड़ा है.' इस पर एक छात्रा ने कहा कि हम तो उम्‍मीद भी छोड़ चुके थे कि हम भारत वापस लौट पाएंगे. इसका पूरा श्रेय भारत सरकार को जाता है जिन्‍होंने सारे इंतजाम किए. बॉर्डर क्रॉस करने के बाद भारतीय दूतावास ने हमें सुरक्षित तरीके से देश तक पहुंचाया. 

एक छात्र ने कहा, '24 फरवरी को जब रूस का यूक्रेन पर अटैक हुआ था तो हमें लगा था कि हम देश वापस नहीं जा पाएंगे. दो रात हमने ऐसी गुजारी कि लगा मौत बेहद करीब है. मुझे गर्व है कि मैं भारतवासी हूं, यहां की सरकार पर भी गर्व है और सबसे ज्‍यादा गर्व राष्‍ट्रीय ध्‍वज तिरंगे पर महसूस होता है. इस स्‍टूडेंट ने बताया कि जब हमें 'निकाला' जा रहा था तो कहा गया था कि आप अपनी बस के आगे और विंडो पर तिरंगा लगा दजिए. रूसी सेना इस तिरंगे को देखेगी तो आपको टच भी नहीं करेंगी. यह मेरे लिए वर्ग की बात है कि  मैं महान देश में पैदा हुआ हूं.'  

एक अन्‍य छात्र ने कहा, 'उस समय हमारे पास  कोई उम्‍मीद नहीं थी केवल यही उम्‍मीद थी कि हमारी सरकार और आप (मोदीजी) हमें बचा लेंगे. उस स्थिति  में अभिभावक भी कुछ कर पाने की स्थिति में नहीं थे. घर में सबसे ज्‍यादा नाम आपका लिया जा रहा था कि मोदी जी कुछ कर लेंगे.  गौरतलब है कि प्रधानमंत्री इस वक्त उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तहत बीजेपी के प्रचार अभियान के लिए वाराणसी में हैं.सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों, जिनमें ज्यादातर छात्र हैं, को वापस लाने के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है. सरकार ने इस काम के लिए अपने चार मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में 'विशेष दूत' के रूप में भेजा है जो वहां से भारतीय नागरिकों की वापसी के अभियान में समन्वय कर रहे हैं. 

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