शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने 'सामना' को दिए गए साक्षात्कार में बीजेपी को निशाना बनाया है.
मुंबई:
कोई झूठे वादे करके चुनाव तो जीत सकता है लेकिन आत्मप्रशंसा के जरिए युद्ध नहीं जीता जा सकता है. उद्धव ठाकरे ने यह बात कहते हुए मंगलवार को अपने सहयोगी दल बीजेपी पर निशाना साधा. शिवसेना प्रमुख ने कहा कि चीन को उकसाने से पहले सरकार को देश की रक्षा तैयारियों को ध्यान में रखना चाहिए.
उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' को एक साक्षात्कार दिया. इसमें ठाकरे ने कहा, 'पाकिस्तान और चीन का खतरा हाल में बढ़ा है और हमारे पास उनसे लड़ने के लिए पर्याप्त गोला-बारूद नहीं है. तब इस मजबूत सरकार ने तीन वर्षों में क्या किया है.' उन्होंने कहा, 'जब हम चीन से कहते हैं कि मौजूदा भारत 1962 के भारत से अलग है तो अपना मुंह खोलने से पहले हमें याद रखना चाहिए कि हमारे पास किस तरह का गोला-बारूद है.' उन्होंने कहा, 'कोई फर्जी वादों और आत्मप्रशंसा से चुनाव जीत सकता है, लेकिन युद्ध नहीं.'
गौरतलब है कि ठाकरे की पार्टी शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का घटक दल है. ठाकरे ने यह भी कहा कि सरकार बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है.
उन्होंने कहा, 'नोटबंदी के बाद पिछले चार महीने में 15 से 16 लाख लोगों ने नौकरियां गंवाई हैं और भविष्य में स्थिति और बिगडे़गी.' राज्य में नगर निकाय चुनावों में बीजेपी की जीत के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र में हुआ है और गोवा और पंजाब जैसे राज्यों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है.
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ठाकरे ने कहा, 'गोवा में सोनियाजी जैसे कांग्रेस के किसी भी शीर्ष नेता ने प्रचार नहीं किया जबकि (प्रधानमंत्री) मोदी ने अपनी पार्टी के लिए प्रचार किया. कांग्रेस ने किसी बडे़ चेहरे को भी सामने नहीं रखा था, लेकिन बीजेपी से अधिक सीटें हासिल कीं. पंजाब में पार्टी (बीजेपी) को करारी हार का सामना करना पड़ा.' महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनके आवास 'मोतोश्री' में उनसे हाल में मुलाकात की तो शिवसेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने शिवसेना प्रमुख को आश्वासन दिया था कि राज्य में कोई मध्यावधि चुनाव नहीं होगा.
VIDEO : केंद्र सरकार के फैसले पर शिवसेना नाराज
ठाकरे ने कहा, 'इसके बावजूद अगर स्थानीय बीजेपी नेता मध्यावधि चुनाव के बारे में चर्चा करते रहे, तो उन्हें एक बार ऐसा करना चाहिए. हो सकता है कि वे इस मुद्दे पर अपने पार्टी अध्यक्ष के रुख के बारे में नहीं जानते हों.' ठाकरे ने कहा, 'अगर मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) कहते हैं कि अगर शिवसेना समर्थन वापस लेती है तो बीजेपी का समर्थन करने के लिए अनेक अदृश्य हाथ होंगे तो उन्हें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि अफवाह फैलाना और अंधविश्वास महाराष्ट्र में अपराध है.'
(इनपुट एजेंसी से)
उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' को एक साक्षात्कार दिया. इसमें ठाकरे ने कहा, 'पाकिस्तान और चीन का खतरा हाल में बढ़ा है और हमारे पास उनसे लड़ने के लिए पर्याप्त गोला-बारूद नहीं है. तब इस मजबूत सरकार ने तीन वर्षों में क्या किया है.' उन्होंने कहा, 'जब हम चीन से कहते हैं कि मौजूदा भारत 1962 के भारत से अलग है तो अपना मुंह खोलने से पहले हमें याद रखना चाहिए कि हमारे पास किस तरह का गोला-बारूद है.' उन्होंने कहा, 'कोई फर्जी वादों और आत्मप्रशंसा से चुनाव जीत सकता है, लेकिन युद्ध नहीं.'
गौरतलब है कि ठाकरे की पार्टी शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का घटक दल है. ठाकरे ने यह भी कहा कि सरकार बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा करने के अपने वादे को पूरा करने में विफल रही है.
उन्होंने कहा, 'नोटबंदी के बाद पिछले चार महीने में 15 से 16 लाख लोगों ने नौकरियां गंवाई हैं और भविष्य में स्थिति और बिगडे़गी.' राज्य में नगर निकाय चुनावों में बीजेपी की जीत के बारे में पूछे जाने पर शिवसेना अध्यक्ष ने कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र में हुआ है और गोवा और पंजाब जैसे राज्यों में पार्टी ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया है.
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ठाकरे ने कहा, 'गोवा में सोनियाजी जैसे कांग्रेस के किसी भी शीर्ष नेता ने प्रचार नहीं किया जबकि (प्रधानमंत्री) मोदी ने अपनी पार्टी के लिए प्रचार किया. कांग्रेस ने किसी बडे़ चेहरे को भी सामने नहीं रखा था, लेकिन बीजेपी से अधिक सीटें हासिल कीं. पंजाब में पार्टी (बीजेपी) को करारी हार का सामना करना पड़ा.' महाराष्ट्र में मध्यावधि चुनाव की संभावना के बारे में पूछे जाने पर ठाकरे ने कहा कि जब बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने उनके आवास 'मोतोश्री' में उनसे हाल में मुलाकात की तो शिवसेना प्रमुख ने कहा कि उन्होंने शिवसेना प्रमुख को आश्वासन दिया था कि राज्य में कोई मध्यावधि चुनाव नहीं होगा.
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ठाकरे ने कहा, 'इसके बावजूद अगर स्थानीय बीजेपी नेता मध्यावधि चुनाव के बारे में चर्चा करते रहे, तो उन्हें एक बार ऐसा करना चाहिए. हो सकता है कि वे इस मुद्दे पर अपने पार्टी अध्यक्ष के रुख के बारे में नहीं जानते हों.' ठाकरे ने कहा, 'अगर मुख्यमंत्री (देवेंद्र फडणवीस) कहते हैं कि अगर शिवसेना समर्थन वापस लेती है तो बीजेपी का समर्थन करने के लिए अनेक अदृश्य हाथ होंगे तो उन्हें इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि अफवाह फैलाना और अंधविश्वास महाराष्ट्र में अपराध है.'
(इनपुट एजेंसी से)
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