नई दिल्ली:
भारत के दबाव में ट्विटर ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से मिलते-जुलते छह फर्जी ट्विटर एकाउंट को हटा दिया है। वहीं, सरकार ने कहा है कि आपत्तिजनक सामग्रियों को अनुमति देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पीएमओ को भेजे एक संदेश में ट्विटर ने कहा है कि उसने ‘समानता संबंधी हमारी सेवा शर्तों का उल्लंघन करने के कारण संबंधित प्रोफाइलों को सकरुलेशन से हटा दिया है।’
पीएमओ द्वारा सभी छह एकाउंटों के संबंध में की गई शिकायत के जवाब में ट्विटर ने यह संदेश भेजा है। इन फर्जी पीएमओ एकाउंटों में ‘सांप्रदायिक ध्वनि’ देने वाले विषय शामिल थे और इनसे पीएमओ के आधिकारिक एकाउंट होने की गलतफहमी पैदा होने की आशंका थी।
पीएमओ के प्रवक्ता ने बताया, ‘हमने ट्विटर से उन छह लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अपील की थी जो प्रधानमंत्री कार्यालय का आभास दे रहे हैं। जब उन्होंने काफी लंबे समय तक कोई जवाब नहीं दिया तो हमने साइबर सिक्योरिटी सेल से कार्रवाई करने की अपील की।’
पीएमओ ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साइबर सिक्योरिटी सेल को इन एकाउंटों को ब्लॉक करने को कहा था।
इसके बाद ट्विटर ने सरकार के साथ सहयोग का वादा किया और ‘गैरकानूनी सामग्री’ का पता लगाया।
पीएमओ को भेजे एक संदेश में ट्विटर ने कहा है कि उसने ‘समानता संबंधी हमारी सेवा शर्तों का उल्लंघन करने के कारण संबंधित प्रोफाइलों को सकरुलेशन से हटा दिया है।’
पीएमओ द्वारा सभी छह एकाउंटों के संबंध में की गई शिकायत के जवाब में ट्विटर ने यह संदेश भेजा है। इन फर्जी पीएमओ एकाउंटों में ‘सांप्रदायिक ध्वनि’ देने वाले विषय शामिल थे और इनसे पीएमओ के आधिकारिक एकाउंट होने की गलतफहमी पैदा होने की आशंका थी।
पीएमओ के प्रवक्ता ने बताया, ‘हमने ट्विटर से उन छह लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की अपील की थी जो प्रधानमंत्री कार्यालय का आभास दे रहे हैं। जब उन्होंने काफी लंबे समय तक कोई जवाब नहीं दिया तो हमने साइबर सिक्योरिटी सेल से कार्रवाई करने की अपील की।’
पीएमओ ने सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के साइबर सिक्योरिटी सेल को इन एकाउंटों को ब्लॉक करने को कहा था।
इसके बाद ट्विटर ने सरकार के साथ सहयोग का वादा किया और ‘गैरकानूनी सामग्री’ का पता लगाया।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं