तीन तलाक बिल गुरुवार को लोकसभा से पास हो गया. वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 303 वोट, जबकि विरोध में 82 मत डाले गए. बता दें कि वोटिंग से पहले संसद से जेडीयू, टीआरएस, YSR कांग्रेस और TMC का वॉकआउट कर दिया. इससे पहले बिल पर चर्चा करते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने ट्रिपल तलाक बिल पर लोकसभा में कहा, "ट्रिपल तलाक पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 24 जुलाई, 2019 तक ट्रिपल तलाक के 345 मामले सामने आ चुके हैं.'' इसी बीच तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान की एक टिप्पणी को लेकर हंगामा मच गया. सपा सांसद आजम खान ने BJP सांसद रमा देवी के खिलाफ विवादित बयान दे दिया. आजम खान ने स्पीकर की चेयर पर बैठीं रमा देवी से कहा कि 'मैं आपको इतना देखना चाहता हूं कि आप कहें की नजरें हटा लो. मैं आपकी आंखों में आंसू देख कर बात करना चाहता हूं आप इतनी प्यारी हैं.' जिस पर रमा देवी सहित संसद के सदस्यों ने आपत्ति जताई. उधर उत्तर प्रदेश के बाग़पत में एक कांवड़ शिविर का उद्घाटन करने के दौरान साध्वी प्राची ने भी एक विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि भारत में रहने वाले मुस्लिम अगर गुर्राते हैं तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. और भक्तों को भगवान शिव की तरह एक हाथ में माला और एक हाथ में भाला उठाना चाहिए ताकि किसी ने आंख दिखाई तो उस पर भाले का प्रयोग किया जा सके. उधर राज्यसभा में RTI संशोधन बिल ध्वनि मत से पारित हो गया है. दूसरी ओर मध्यप्रदेश के दो भाजपा विधायकों द्वारा एक विधेयक पर कमलनाथ सरकार का साथ देने के अगले दिन राज्य सरकार के नदी संरक्षण न्यास के प्रमुख कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया कि प्रमुख विपक्षी दल के चार और विधायक पाला बदलने पर विचार कर रहे हैं.
विपक्ष के भारी विरोध के बीच लोकसभा से तीन तलाक बिल पास
विपक्ष के भारी विरोध के बीच तीन तलाक बिल लोकसभा से पास हो गया. वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 303 वोट, जबकि विरोध में 82 मत डाले गए. बता दें कि वोटिंग से पहले संसद से जेडीयू, टीआरएस, YSR कांग्रेस और TMC का वॉकआउट कर दिया. जेडीयू, टीएमसी वोट से अलग रहीं, वहीं, बीजेडी ने बिल के पक्ष में वोट किया. टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस बिल के खिलाफ रही. इससे पहले बिल पर चर्चा के दौरान लैंगिक न्याय को नरेंद्र मोदी सरकार का मूल तत्व बताते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक पर रोक लगाने संबंधी विधेयक सियासत, धर्म, सम्प्रदाय का प्रश्न नहीं है बल्कि यह 'नारी के सम्मान और नारी-न्याय' का सवाल है और हिन्दुस्तान की बेटियों के अधिकारों की सुरक्षा संबंधी इस पहल का सभी को समर्थन करना चाहिए.
आजम खान ने BJP की महिला सांसद के लिए कही अभद्र बात, सदन में हुआ हंगामा
लोकसभा में तीन तलाक बिल पर चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान की एक टिप्पणी को लेकर हंगामा मच गया. सपा सांसद आजम खान ने BJP सांसद रमा देवी के खिलाफ विवादित बयान दे दिया, जिस पर रमा देवी सहित संसद के सदस्यों ने आपत्ति जताई. आजम खान ने स्पीकर की चेयर पर बैठीं रमा देवी से कहा कि 'मैं आपको इतना देखना चाहता हूं कि आप कहें की नजरें हटा लो. मैं आपकी आंखों में आंसू देख कर बात करना चाहता हूं आप इतनी प्यारी हैं.' बिहार के शिवहर से सांसद रमा देवी ने उस वक्त स्पीकर की कुर्सी पर बैठी हुई थीं.
वहीं, स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि यह भाषा असंसदीय है. आपको मर्यादित होकर अपनी बात रखनी चाहिए. उन्होंने आजम से माफी मांगने को कहा. इसके बाद हंगामा होने पर आजम खान रमा देवी को बहन-बहन कहने लगे. हालांकि बाद में आजम खान की इस बात को सदन के रिकॉर्ड से हटा दिया गया. हालांकि इसके बाद आजम खान ने कहा कि अगर मैंने कोई भी आपत्तिजनक शब्द बोला है तो मैं अभी इसी वक्त इस्तीफा देता हूं. इसके बाद आजम खान लोकसभा से निकलकर चले गए.
साध्वी प्राची का विवादित बयान, बोलीं- मुस्लिम अगर गुर्राते हैं तो शिव की तरह ले लें भाला
अपने विवादित बयानों की वजह से अक्सर चर्चा में रहने वाली हिंदूवादी नेता साध्वी प्राची ने एक बार फिर भड़काऊ बयान दिया है. मामला उत्तर प्रदेश के बाग़पत का है, जहां एक कांवड़ शिविर का उद्घाटन करने के दौरान साध्वी प्राची (Sadhvi Prachi) ने विवादित बयान दिया. साध्वी प्राची ने कहा कि भारत में रहने वाले मुस्लिम अगर गुर्राते हैं तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. और भक्तों को भगवान शिव की तरह एक हाथ में माला और एक हाथ में भाला उठाना चाहिए ताकि किसी ने आंख दिखाई तो उस पर भाले का प्रयोग किया जा सकेट
राज्यसभा में ध्वनिमत से पास हुआ RTI संशोधन बिल
राज्यसभा में RTI संशोधन बिल ध्वनि मत से पारित हो गया है. NDA को बाहर की कई पार्टियों से समर्थन मिलने के बाद यह संभव हो सका. TRS, BJD और PDP और YSRCP ने भी RTI संशोधन बिल को लेकर सरकार का समर्थन किया है. इस बिल के पास होने के साथ ही बिल को सेलेक्ट कमेटी के पास भेजे जाने की विपक्ष की उम्मीदों पर पानी फिर गया.
इससे पहले बिल को सेलेक्ट कमेटी में भेजने का प्रस्ताव खारिज हो गया. प्रस्ताव के खिलाफ 117, विपक्ष में 75 वोट पड़े. संशोधन में सम्मिलित प्रावधानों को पूरी तरह से अमल में लाने के लिए अब आरटीआई संशोधन बिल को राष्ट्रपति के पास भेजा जाएगा.
कमलनाथ सरकार को BJP के 2 विधायकों के समर्थन के बाद कम्प्यूटर बाबा ने कहा- 4 और मेरे संपर्क में
मध्यप्रदेश के दो भाजपा विधायकों द्वारा एक विधेयक पर कमलनाथ सरकार का साथ देने के अगले दिन राज्य सरकार के नदी संरक्षण न्यास के प्रमुख कम्प्यूटर बाबा ने दावा किया कि प्रमुख विपक्षी दल के चार और विधायक पाला बदलने पर विचार कर रहे हैं. नर्मदा, क्षिप्रा और मंदाकिनी नदी न्यास के अध्यक्ष कम्प्यूटर बाबा ने कहा, 'राज्य की कांग्रेस सरकार में शामिल होने की जिज्ञासा रखने वाले भाजपा के चार विधायक मेरे संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री कमलनाथ जब कहेंगे, तब हम इन विधायकों को आपके (मीडिया के) सामने पेश कर देंगे.'
बहरहाल, मीडिया के बार-बार पूछने के बावजूद कम्प्यूटर बाबा ने भाजपा के उन विधायकों के किसी भी ब्योरे का खुलासा नहीं किया, जिनके बारे में उनका दावा है कि वे पाला बदलने के संबंध में उनके संपर्क में हैं. पिछले महीने नदी संरक्षण न्यास के अध्यक्ष का पदभार संभालने वाले धार्मिक नेता ने कहा, 'सही समय आने पर उन विधायकों का नाम भी पता चल जायेगा. अभी मैं आपको सिर्फ इतना बता सकता हूं कि ये विधायक भी मुझ जैसे साधु-संतों की तरह भाजपा की कार्यशैली से नाराज हैं.'
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