अहमदाबाद:
अहमदाबाद में रोज़ महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी फलों के अलग-अलग बाज़ारों में छापेमारी कर रहे हैं। इनकी नज़र विशेष कर आम के विक्रेताओं पर है। आखिरकार आम का सालभर में फिलहाल सबसे अच्छा मौसम चल रहा है।
आम तौर पर 15 मई के बाद ही अच्छे आम बाज़ार में आते हैं और लोगों को अच्छी क्वालीटी के आमों का लुत्फ उठाने का मौका मिलता है। फिर आखीरकार महानगरपालिका क्यों छापेमारी कर रही है। ये बात अब आम हो गई है कि आम के विक्रेता कच्चे आम को जल्दी पकाने के लिये कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं।
कार्बाइड एक तरह का केमिकल है जिसका उपयोग प्रतिबंधित है। कार्बाइट से बेहद गर्मी पैदा होती है और आम के बक्सों में कार्बाइड की पुड़िया बनाकर रख देने से कच्चे आम जल्दी पक जाते हैं।
लेकिन कार्बाइड लोगों के स्वास्थ्य के लिये बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। कार्बाइड से पके आम लोगों की पाचन क्रिया पर असर डालते हैं। इससे कई लोगों को दस्त लग सकते हैं और अन्य बीमारीयां भी हो सकती हैं। कार्बाइड अगर पुड़िया से निकलकर आम पर लग जाये तो ज़हरीला भी हो सकता है। साथ ही अगर बक्सों में कार्बाइड की मात्रा बढ़ जाय तो गर्मी से धमाका भी हो सकता है। इतने सारे कारणों से किसी भी फल को पकाने के लिये कार्बाइड का उपयोग वर्जित किया गया है।
लेकिन व्यापारी अपने आम को जल्दी पकाने के चक्कर में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। कितने बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल हो रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ अहमदाबाद में ही रोजाना अलग-अलग बाजारों में छापे के दौरान करीब 5 किलो कार्बाइड और उससे पकाए गए करीब 1000 किलो आम बरामद कर नष्ट कर दिये जाते हैं। इतने बड़े पैमाने पर इस गैरकानूनी हरकत की वजह से लोग डर रहे हैं, साल भर में इस इकलौते सीजन में भी फलों के राजा का स्वाद लेने से।
आम तौर पर 15 मई के बाद ही अच्छे आम बाज़ार में आते हैं और लोगों को अच्छी क्वालीटी के आमों का लुत्फ उठाने का मौका मिलता है। फिर आखीरकार महानगरपालिका क्यों छापेमारी कर रही है। ये बात अब आम हो गई है कि आम के विक्रेता कच्चे आम को जल्दी पकाने के लिये कार्बाइड का इस्तेमाल करते हैं।
कार्बाइड एक तरह का केमिकल है जिसका उपयोग प्रतिबंधित है। कार्बाइट से बेहद गर्मी पैदा होती है और आम के बक्सों में कार्बाइड की पुड़िया बनाकर रख देने से कच्चे आम जल्दी पक जाते हैं।
लेकिन कार्बाइड लोगों के स्वास्थ्य के लिये बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। कार्बाइड से पके आम लोगों की पाचन क्रिया पर असर डालते हैं। इससे कई लोगों को दस्त लग सकते हैं और अन्य बीमारीयां भी हो सकती हैं। कार्बाइड अगर पुड़िया से निकलकर आम पर लग जाये तो ज़हरीला भी हो सकता है। साथ ही अगर बक्सों में कार्बाइड की मात्रा बढ़ जाय तो गर्मी से धमाका भी हो सकता है। इतने सारे कारणों से किसी भी फल को पकाने के लिये कार्बाइड का उपयोग वर्जित किया गया है।
लेकिन व्यापारी अपने आम को जल्दी पकाने के चक्कर में इसका धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं। कितने बड़े पैमाने पर इसका इस्तेमाल हो रहा है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सिर्फ अहमदाबाद में ही रोजाना अलग-अलग बाजारों में छापे के दौरान करीब 5 किलो कार्बाइड और उससे पकाए गए करीब 1000 किलो आम बरामद कर नष्ट कर दिये जाते हैं। इतने बड़े पैमाने पर इस गैरकानूनी हरकत की वजह से लोग डर रहे हैं, साल भर में इस इकलौते सीजन में भी फलों के राजा का स्वाद लेने से।
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