TOP 5 NEWS: महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन के लिए राज्यपाल की सिफारिश को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. अब इसे मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास भेजी जा रही है. उधर राज्यपाल के इस सिफारिश के खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है. शिव सेना का कहना है कि राज्यपाल ये सब बीजेपी के इशारे पर कर रही है. शिवसेना का कहना है कि राज्यपाल ने पार्टी को सिर्फ 24 घंटे का समय दिया. इससे पहले प्रसार भारती ने अपने सूत्रों के हवाले से इस खबर को दिया था कि महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दी गई है.
बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री के विदेश दौरे से पहले हुई कैबिनेट बैठक में महाराष्ट्र के मुद्दे पर चर्चा हुई और राज्यपाल की सिफारिश को मान लिया गया. पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें
जब तक कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होती तब तक NCP भी शिवसेना के साथ नहीं जाएगी: सूत्र
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर दुविधा और भी बढती जा रही है. पहले बीजेपी (BJP) ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया, फिर शिवसेना (Shiv Sena) तय डेडलाइन में समर्थन की चिट्ठी नहीं दे सकी. शिवसेना ने राज्यपाल से और 48 घंटे की मोहलत मांगी, जिसे राज्यपाल ने नहीं माना. अब राज्यपाल ने एनसीपी (NCP) को सरकार बनाने का मौक़ा दिया है.
आज यानी मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक एनसीपी को जवाब देना है. उससे पहले एनसीपी के सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि जब तक कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होती तब तक एनसीपी भी शिवसेना के साथ सरकार में नहीं जाएगी.
सीट बंटवारे पर BJP - LJP में नहीं बनी बात, चिराग पासवान ने कहा- हम झारखंड में अकेले ही लड़ेंगे...
Jharkhand Assembly Election: महाराष्ट्र की तरह ही झारखंड में भी बीजेपी के लिए मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर BJP और उनके सहयोगियों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर पेंच फसता दिख रहा है. BJP अपने सहयोगियों को सीट बंटवारे पर नहीं मना पा रही है. यही वजह है कि लोकजन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आगामी चुनाव में BJP से अलग उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है.
चिराग पासवान ने इसे लेकर एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में उन्होंने कहा कि झारखंड में चुनाव लड़ने का आख़िरी फ़ैसला प्रदेश इकाई को लेना था. लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश इकाई ने यह फ़ैसला लिया है पार्टी 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. आज शाम तक पार्टी के उमीदवारों की पहली सूची का एलान हो जाएगा.
अयोध्या फैसले के बाद मुस्लिम धर्मगुरु इकबाल अंसारी बोले- अगर सरकार हमें जमीन देना चाहती है तो...
अयोध्या मामले में प्रमुख मुद्दई रहे इकबाल अंसारी तथा कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने केंद्र सरकार से वर्ष 1991 में अधिग्रहीत की गई भूमि में से मस्जिद के लिए जमीन देन की मांग की है. विवादित ढांचे के आसपास की 67 एकड़ जमीन 1991 में केंद्र सरकार ने अधिग्रहित कर ली थी. अंसारी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार अगर सरकार हमें जमीन देना चाहती है तो वह उसी 67 एकड़ हिस्से में से होनी चाहिए जिसे केंद्र ने अधिग्रहित किया था. हम तभी इसे स्वीकार करेंगे. नहीं तो हम जमीन लेने से इंकार कर देंगे.
मौलाना जमाल अशरफ नामक स्थानीय धर्मगुरु ने कहा कि मुसलमान मस्जिद बनाने के लिए अपने पैसे से जमीन खरीद सकते हैं और वे इसके लिए केंद्र सरकार पर निर्भर नहीं हैं. सरकार अगर हमें कुछ तसल्ली देना चाहती है तो उसे 1991 में अधिग्रहित की गई 67 एकड़ भूमि में से ही कोई जमीन देनी चाहिए. उस जमीन पर कई कब्रिस्तान और सूफी संत काजी कि़दवा समेत कई दरगाहे हैं. मामले के एक अन्य मुद्दई हाजी महबूब ने कहा कि हम झुनझुना स्वीकार नहीं करेंगे. सरकार को साफ तौर पर बताना होगा कि वह हमें कहां जमीन देने जा रही है.
अक्षय कुमार और रोहित शेट्टी में हो गई हाथापाई, पुलिस को करना पड़ा बीच बचाव- देखें Video
बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) जल्द ही 'सूर्यवंशी' (Sooryavanshi) में नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार की इस फिल्म को बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर रोहित शेट्टी डायरेक्ट कर रहे हैं, लेकिन हाल ही में अक्षय कुमार का चौंकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. वीडियो में अक्षय कुमार और बॉलीवुड डायरेक्टर रोहित शेट्टी (Rohit Shetty) एक-दूसरे के साथ बुरी तरह से हाथापाई करते नजर आ रहे हैं.
इतना ही नहीं, दोनों का झगड़ा इतना ज्यादा बढ़ गया कि खुद पुलिस को भी उनके बीच में उतरना पड़ा. अक्षय कुमार का यह वीडियो सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, जिस पर लोग खूब रिएक्शन दे रहे हैं.
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