'डी' कंपनी का अर्थ अभी तक दाऊद इब्राहीम का गैंग ही होता था, लेकिन भारत में एक और 'डी' कंपनी आ गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और उनके बेटों विवेक और शौर्य के कारनामों को उजागर करने वाली 'कैरवां' पत्रिका की रिपोर्ट में यही शीर्षक दिया गया है.कौशल श्रॉफ नाम के एक खोजी पत्रकार ने अमेरिका, इंग्लैंड, सिंगापुर और केमैन आइलैंड से दस्तावेज़ जुटाकर डोभाल के बेटों के काले को सफेद करने और भारत के पैसे को बाहर भेजने के कारोबार का खुलासा कर दिया है.पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बुधवार को दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभाला. मगर 1984 दंगों के आरोपी जदगीश टाइटलर की मौजूदगी की वजह से यह कार्यक्रम विवादों की भेंट चढ़ गया. सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium)की दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court)केजस्टिस संजीव खन्ना (Justice Sanjiv Khanna) को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति की सिफारिश पर विवाद और गहरा गया है. अबपूर्व सीजेआई आरएम लोढ़ा (Former CJI RM Lodha) ने भी कॉलेजियम के फैसले पर सवाल उठाए हैं. कर्नाटक में सियासी घमासान (Karnataka Political Crisis)अब गुरुग्राम तक पहुंच गया है. बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुरुग्राम के उस होटल के बाहर प्रदर्शन किया जहां बीजेपी (BJP)के 104 विधायकों को रखा गया है. बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षनीतीश कुमार (Nitish Kumar)ने खुलासा किया है कि भाजपा (BJP) अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के कहने पर उन्होंने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor)को जदयू (JDU)का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था.
शीला दीक्षित की ताजपोशी में पहली पंक्ति में दिखे 1984 दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर, हुआ विवाद
पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बुधवार को दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष का कार्यभार संभाला. मगर 1984 दंगों के आरोपी जदगीश टाइटलर की मौजूदगी की वजह से यह कार्यक्रम विवादों की भेंट चढ़ गया. शीला दीक्षित के पदभार ग्रहण करने के कार्यक्रम में आगे की पंक्ति में 74 वर्षीय जगदीश टाइटलर दिखे, जिसके बाद कांग्रेस की आलोचना होने लगी और कहा जाने लगा है कि कांग्रेस बार-बार सिखों के जख्मों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है.केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि इंदिरा गांधी से लेकर राजीव गांधी और राहुल गांधी तक टाइटलर उन सबके राइट हैंड रहे हैं. यह देश के सिख समुदाय के लिए स्पष्ट संकेत हैं. बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जगदीश टाइटलर 1984 दंगा मामले में आरोपी हैं. 31 अक्टूबर 1984 को सिख अंगरक्षकों द्वारा तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़की हिंसा में कम से कम 3,000 लोग मारे गए थे.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बेटे का विदेशों में काले धन का कारखाना : 'कैरवां' की रिपोर्ट
'डी' कंपनी का अर्थ अभी तक दाऊद इब्राहीम का गैंग ही होता था, लेकिन भारत में एक और 'डी' कंपनी आ गई है. राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और उनके बेटों विवेक और शौर्य के कारनामों को उजागर करने वाली 'कैरवां' पत्रिका की रिपोर्ट में यही शीर्षक दिया गया है. साल दो साल पहले हिन्दी के चैनल दाऊद को भारत लाने के कई प्रोपेगैंडा प्रोग्राम करते थे, उनमें डोभाल को नायक की तरह पेश किया जाता था. किसने सोचा होगा कि जज लोया की मौत पर 27 रिपोर्ट छापने वाली 'कैरवां' पत्रिका 2019 की जनवरी में डोभाल को 'डी' कंपनी का तमगा दे देगी.
कौशल श्रॉफ नाम के एक खोजी पत्रकार ने अमेरिका, इंग्लैंड, सिंगापुर और केमैन आइलैंड से दस्तावेज़ जुटाकर डोभाल के बेटों के काले को सफेद करने और भारत के पैसे को बाहर भेजने के कारोबार का खुलासा कर दिया है. इस गोरखधंधे को हेज फंड और ऑफशोर कंपनियां कहते हैं. नोटबंदी के ठीक 13 दिन बाद 21 नवंबर, 2016 को टैक्स चौरी के गिरोहों के अड्डे केमैन आइलैंड में विवेक डोभाल अपनी कंपनी का पंजीकरण कराते हैं. 'कैरवां' के एडिटर विनोद होज़े ने ट्वीट किया है कि नोटबंदी के बाद विदेशी निवेश के तौर पर सबसे अधिक पैसा भारत में केमैन आइलैंड से आया था. 2017 में केमैन आइलैंड से आने वाले निवेश में 2,226 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी.
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल के बेटे विवेक डोभाल भारत के नागरिक नहीं हैं, इंग्लैंड के नागरिक हैं, और सिंगापुर में रहते हैं, और GNY ASIA Fund के निदेशक हैं. केमैन आइलैंड, टैक्स चोरों के गिरोह का अड्डा माना जाता है. कौशल श्रॉफ ने लिखा है कि विवेक डोभाल यहीं 'हेज फंड' का धंधा करते हैं. BJP नेता और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के बेटे शौर्य और विवेक का बिज़नेस एक दूसरे से जुड़ा हुआ है.
कॉलेजियम विवाद पर बोले पूर्व CJI लोढ़ा: फैसला बदला जाए तो कारणों का भी हो खुलासा
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम (Supreme Court Collegium)की दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court)केजस्टिस संजीव खन्ना (Justice Sanjiv Khanna) को सुप्रीम कोर्ट के जज के तौर पर नियुक्ति की सिफारिश पर विवाद और गहरा गया है. अबपूर्व सीजेआई आरएम लोढ़ा (Former CJI RM Lodha) ने भी कॉलेजियम के फैसले पर सवाल उठाए हैं. पूर्व सीजेआई जस्टिस लोढ़ा ने कहा, 'कॉलेजियम संस्थान की तरह काम करता है. उसके काम में पारदर्शिता होनी चाहिए. अगर कोई फैसला बदला जाता है तो उसके कारणों का भी खुलासा किया जाना चाहिए. जब कोई फैसला किया जाए तो उसे तार्किक अंत तक पहुंचाया जाए.इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस संजय किशन कौल (Justice Sanjay Kishan Kaul) ने भी सवाल उठाए थे. जस्टिस कौल ने सीजेआई रंजन गोगोई (CJI Ranjan Gogoi) को खत लिखा है. खत में कहा गया है कि वरिष्ठता के क्रम में आगे राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजोग पर जस्टिस खन्ना को वरियता देना ठीक नहीं. कॉलेजियम के इस फैसले से गलत संदेश जाएगा.
कर्नाटक का 'नाटक' : मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- हमारी सरकार स्थिर, बीजेपी जानबूझ कर फैला रही है झूठ
कर्नाटक में सियासी घमासान (Karnataka Political Crisis)अब गुरुग्राम तक पहुंच गया है. बुधवार को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने गुरुग्राम के उस होटल के बाहर प्रदर्शन किया जहां बीजेपी (BJP)के 104 विधायकों को रखा गया है. राज्य में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन (Kumaraswamy Govt) का आरोप है कि बीजेपी (BJP) राज्य में सत्ता परिवर्तन (Karnataka Political Crisis)के लिए उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश में जुटी है. बता दें कि बीते कुछ दिनों से कांग्रेस के पांच विधायक लापता है. कुछ दिन पहले उनके मुंबई में होने की बात सामने आई थी. कर्नाटक में हर दिन बदलते राजनीति (Karnataka Political Crisis) हालात के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने सोमवार को कांग्रेस पर उनके विधायकों को तोड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया था. उन्होंने कहा था कि कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन की सरकार उनके विधायकों को मंत्री बनाने का लालच दे रहे हैं.
नीतीश कुमार का खुलासा: अमित शाह ने किया था दो बार फोन, उसके बाद प्रशांत किशोर को बनाया उपाध्यक्ष
बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्षनीतीश कुमार (Nitish Kumar)ने खुलासा किया है कि भाजपा (BJP) अध्यक्ष अमित शाह (Amit Shah) के कहने पर उन्होंने प्रशांत किशोर (Prashant Kishor)को जदयू (JDU)का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था. नीतीश कुमार ने इस बात का खुलासा एक निजी चैनल के कार्यक्रम में किया. नीतीश कुमार ने कहा कि प्रशांत किशोर को जदयू में पद देने के लिए अमित शाह ने उन्हें दो बार फोन किया था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें भी प्रशांत किशोर से स्नेह रहा है. प्रशांत किशोर को जिम्मेदारी दिए जाने के सवाल पर नीतीश ने कहा कि फिलहाल उन्हें युवाओं को पार्टी से जोड़ने का जिम्मा दिया गया है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं