श्रीनगर:
कश्मीर में लड़कियों के रॉक बैंड 'परगाश' को ऑनलाइन अपशब्द कहने और धमकी देने के आरोप में एक और युवक को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बटमालू के एसडी कॉलोनी निवासी इरशाद अहमद चारा को बुधवार रात गिरफ्तार किया।
उसे पकड़ने के लिए अलग अलग स्थानों पर छापे मारे गए थे। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इससे पहले दक्षिण कश्मीर के बिजबहेड़ा निवासी तारिक खान को और मध्य कश्मीर के गंदेरबाल से रमीज शाह को बुधवार देर शाम गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक अशोक प्रसाद ने उन इलाकों की गश्त बढ़ाने के आदेश दिए हैं, जहां तीन लड़कियों के इस बैंड की दो लड़कियां रहती हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बैंड के फेसबुक पेज पर आए कुल 900 पोस्ट में से 26 उपयोगकर्ता के पोस्ट आपत्तिजनक भाषा वाले पाए गए। इन 26 यूजर्स के इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस का पता लगाया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन का विलंब इसलिए हुआ, क्योंकि कश्मीरी लड़कियों के बैंड 'परगाश' के फेसबुक पेज पर बड़ी संख्या में आए पोस्ट की जांच करने मे समय लगा। धमकियों के कारण इस बैंड की लड़कियों ने गाना छोड़ दिया है।
बैंड की एक सदस्य ने कहा कि उन्होंने बैंड के लिए न गाने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि वे लोग कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती के आदेश का सम्मान करती हैं, जिन्हें लगता है कि इस्लाम में गाने की अनुमति नहीं है। इस लड़की ने कहा, हम मुफ्ती साहब का सम्मान करते हैं, जिन्होंने कहा है कि यह (गायन) हराम है। हम कश्मीर की जनता के विचारों का भी सम्मान करते हैं, इसीलिए हमने इसे छोड़ दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑनलाइन धमकियां मिलने की वजह से बैंड को विघटित नहीं किया गया है। डीजीपी ने सभी केंद्रीय एजेंसियों से अनुरोध किया है कि वह गर्ल्स बैंड को ऑनलाइन अपशब्द करने वाले लोगों को पकड़ने में सहयोग करें।
उसे पकड़ने के लिए अलग अलग स्थानों पर छापे मारे गए थे। पुलिस के सूत्रों ने बताया कि इससे पहले दक्षिण कश्मीर के बिजबहेड़ा निवासी तारिक खान को और मध्य कश्मीर के गंदेरबाल से रमीज शाह को बुधवार देर शाम गिरफ्तार किया गया था।
जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक अशोक प्रसाद ने उन इलाकों की गश्त बढ़ाने के आदेश दिए हैं, जहां तीन लड़कियों के इस बैंड की दो लड़कियां रहती हैं।
अधिकारियों ने बताया कि बैंड के फेसबुक पेज पर आए कुल 900 पोस्ट में से 26 उपयोगकर्ता के पोस्ट आपत्तिजनक भाषा वाले पाए गए। इन 26 यूजर्स के इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस का पता लगाया गया। उन्होंने बताया कि प्राथमिकी दर्ज करने में तीन दिन का विलंब इसलिए हुआ, क्योंकि कश्मीरी लड़कियों के बैंड 'परगाश' के फेसबुक पेज पर बड़ी संख्या में आए पोस्ट की जांच करने मे समय लगा। धमकियों के कारण इस बैंड की लड़कियों ने गाना छोड़ दिया है।
बैंड की एक सदस्य ने कहा कि उन्होंने बैंड के लिए न गाने का फैसला इसलिए किया, क्योंकि वे लोग कश्मीर के ग्रैंड मुफ्ती के आदेश का सम्मान करती हैं, जिन्हें लगता है कि इस्लाम में गाने की अनुमति नहीं है। इस लड़की ने कहा, हम मुफ्ती साहब का सम्मान करते हैं, जिन्होंने कहा है कि यह (गायन) हराम है। हम कश्मीर की जनता के विचारों का भी सम्मान करते हैं, इसीलिए हमने इसे छोड़ दिया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि ऑनलाइन धमकियां मिलने की वजह से बैंड को विघटित नहीं किया गया है। डीजीपी ने सभी केंद्रीय एजेंसियों से अनुरोध किया है कि वह गर्ल्स बैंड को ऑनलाइन अपशब्द करने वाले लोगों को पकड़ने में सहयोग करें।
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