चंडीगढ़:
खुफिया ब्यूरो की एक रिपोर्ट में भाखड़ा बांध के पाकिस्तान आधारित आतंकवादी गुटों लश्करे तैयबा और जमात-उद दावा की हिट लिस्ट में होने की चेतावनी दी गई है, जिसके बाद पंजाब और हिमाचल प्रदेश सरकार ने इसकी निगरानी बढ़ा दी है। भाखड़ा व्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) के निदेशक (सुरक्षा) जीएस वासन ने बताया कि गृह मंत्रालय की अनुशंसाओं के बाद भारत के सबसे बड़े बांधों में से एक भाखड़ा बांध की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। उन्होंने बताया, हमें खतरे की चेतावनी के बारे में आईबी से रिपोर्ट मिली थी...बीबीएमबी को भी इस बारे में अनुशंसाएं दी गईं थीं। वासन ने बताया कि बीबीएमबी के आला अधिकारी इस बारे में 19 जुलाई को पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे। उन्होंने कहा, मंत्रालय ने जो भी सुझाव दिए, हम उन पर ध्यान दे रहे हैं और बांध की सुरक्षा भी उसी हिसाब से बढ़ा दी गई है। आईबी के मुताबिक, भाखड़ा बांध पाकिस्तान के आतंकवादी गुटों के लिए सबसे पसंदीदा निशानों में से एक है। आईबी की रिपोर्ट में कहा गया है कि लश्कर अपने लड़ाकों को दीवारों पर चढ़ने, पानी में तैरने और देश के बांधों को निशाना बनाने के लिए विस्फोटकों का इस्तेमाल करने का प्रशिक्षण दे रहा है। इनमें खास तौर पर जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के बांध शामिल हैं। यह बांध इसलिए भी आतंकवादियों की हिट-लिस्ट में है, क्योंकि इसे निशाना बनाने से पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत कई प्रदेशों में खासा नुकसान होगा। आईबी ने इस बांध की सुरक्षा की जिम्मेदारी केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) जैसी किसी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी को सौंपे जाने की भी अनुशंसा की है। रिपोर्ट के मद्देनजर बीबीएमबी ने केंद्र से आधुनिक उपकरणों की मांग की है, ताकि बांध को होने वाले संभावित खतरे की पहचान की जा सके। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब सरकार ने हिमाचल प्रदेश के साथ मिलकर कई उपाय किए हैं, ताकि बांध को होने वाले किसी भी खतरे से बचा जा सके।
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