पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) को सीबीआई कोर्ट ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में 19 सितंबर तक के लिए तिहाड़ जेल भेज (Tihar Jail) दिया. इसका मतलब यह हुआ कि चिदंबरम (Chidambaram) को इस बार अपना जन्मदिन जेल में ही मनाना होगा, जो सितंबर को आता है. इस दौरान पी. चिदंबरम को जेल में अलग सेल, खाट, दवाइयां और अलग बाथरूम की मांगें भी सीबीआई कोर्ट ने मंज़ूर कर ली. पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम तिहाड़ के जेल नंबर 7 में रहेंगे. तिहाड़ जेल (Tihar Jail) के सूत्रों के मुताबिक पी चिदंबरम को एक सामान्य कैदी जैसे ही जेल में रखा जाएगा. उधर, जेल जाने फैसले के बाद वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि 'मैं केवल अर्थव्यवस्था के बारे में चिंतित हूं.'
वहीं, इसे लेकर कांग्रेस (Congress) ने आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं को चुनिंदा ढंग से निशाना बनाया जा रहा है. आईएनएक्स मीडिया मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को 14 दिनों के लिए तिहाड़ जेल भेजे जाने के बाद कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी (Abhishek Singhvi) ने यह भी स्वीकार किया कि चिदंबरम की अग्रिम जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट से खारिज होना एक झटका है. उन्होंने कहा कि अब पूर्व वित्त मंत्री को जमानत मिलने की पूरी संभावना है. उन्होंने संवादाताओं से कहा, 'हम उच्चतम न्यायालय से राहत की उम्मीद कर रहे थे, लेकिन नहीं मिली जो हमारे लिए झटका है.'
निचली अदालत के आदेश के संदर्भ में सिंघवी ने कहा, '15 दिन की मियाद पूरी हो गई तो आप इससे ज्यादा पुलिस हिरासत में रख नहीं सकते थे. इसके बाद न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है. यह सामान्य है.' उन्होंने कहा कि अब जमानत की पूरी संभावना है. सिंघवी ने आरोप लगाया, 'हमारा रुख यही है कि चुनिंदा ढंग से कार्रवाई हो रही है, विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है. सत्तारूढ पार्टी वाशिंग मशीन की तरह है, जिसमें दूसरे लोग जाते हैं और साफ-सुथरे हो जाते हैं.'
तिहाड़ जेल में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम को खाने को मिलेंगी ये चीजें...
बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम पर आरोप है कि वित्त मंत्री रहते विदेशी निवेश को मंज़ूरी दी गई. CBI ने इस मामले में उनके बेटे कार्ति को गिरफ़्तार किया था और फ़िलहाल ज़मानत पर हैं. कार्ति पर 2007 में आईएनएक्स मीडिया को विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी दिलाने के लिए पैसे लेने का आरोप है. उस वक्त उनके पिता यूपीए सरकार में वित्तमंत्री थे. सीबीआई ने पिछले साल 15 मई को मामले में प्राथमिकी दर्ज की थी. सीबीआई का आरोप है कि आईएनएक्स मीडिया को मंजूरी दिलाने में अनियमितताएं बरती गईं और 305 करोड़ रुपये विदेशी निवेश हासिल किया गया. सीबीआई ने शुरू में आरोप लगाया था कि एफआईपीबी मंजूरी को सुविधाजनक बनाने के लिए कार्ति को रिश्वत के रूप में 10 लाख रुपये मिले थे. सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय मामले की जांच कर रही है.
VIDEO: पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भेजे गए तिहाड़ जेल
(इनपुट: भाषा)
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