दिल्ली में हर तरफ धुंध ही धुंध
नई दिल्ली:
दिल्ली में मंगलवार को हवा में घुले प्रदूषक तत्वों की मात्रा अधिक हो गई है. मौसम विभाग के मुताबिक यह जहरीली हवा अगले तीन दिनों तक और अधिक गहराने की आशंका है. इतना ही नहीं, आने वाले 3 दिनों तक धुंध के गंभीर रूप से गहराने की चेतावनी भी जारी की. जहरीली हवाओं के चलते दिल्ली सरकार ने बुधवार यानी 8 नवंबर को सभी प्राइमरी स्कूलों (कक्षा पांच तक) को बंद करने का ऐलान किया है. बता दें कि दिल्ली में मंगलवार को दमघोंटू धुंध का संकट गहराने की वजह पड़ोसी राज्यों में जलायी जा रही पराली के अलावा लगातार करवट लेते मौसम की भी अहम भूमिका है.
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मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में गिरावट और हवा के थमने की वजह से धुंध छंटने की संभावना बिल्कुल कम हो गयी है. मौसम विभाग अधिकारी डा. के सती देवी ने बताया कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले 48 घंटों के दौरान तापमान और हवा की गति में गिरावट तथा नमी में इजाफे को देखते हुये वायुमंडल में धुंध छाई है. डॉ. सती के अनुसार हवा की गति भी तीन मीटर प्रति सेकेंड के न्यूनतम स्तर पर रहने की वजह से आज धुंध की चादर गहरा गई. इसका असर अगले तीन दिन तक पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उप्र में बने रहने की आशंका है.
पढ़ें: जहरीली हवा का साइड इफेक्ट : दिल्ली में चार गुना बढ़ा पार्किंग शुल्क, ऑड-ईवन पर भी विचार
नासा के तस्वीरों में दिखा दिल्ली का धुंध
अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तस्वीरों में भी उत्तर भारत के वायुमंडल में आग जनित धुंये की मौजूदगी को दर्शाया गया है. नासा की तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के ऊपर धुंए की मौजूदगी को लाल रंग से इंगित करते हुये साफ देखा जा सकता है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की गति थमने के कारण वायुमंडल में मौजूद प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 धुंध की शक्ल में जमा हो गये हैं. इसकी वजह से न सिर्फ हवा में घुटन बढ़ गयी है बल्कि यातायात सहित सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है.
स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक
हवा की गुणवता बताने वाला सूचकांक मंगलवार को अब तक के सबसे गंभीर स्तर पर पहुंच गया. इसके मुताबिक 500 अंक वाला सूचकांक 448 के अंक को पार कर गया. प्रदूषण का यह स्तर इस साल दूसरी बार पार हुआ. इससे पहले दिवाली के अगले दिन 20 अक्तूबर को भी यह स्तर पार हुआ था. खासकर सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों, बुजर्ग और बच्चों की परेशानी बढ़ गयी है. साथ ही हवायी सेवाएं भी धुंध के कारण उपजे दृश्यता संकट की वजह से विलंबित हुयी हैं.
VIDEO: जहरीली हवाओं से संकट में दिल्ली के लोग
हवाईअड्डा प्रशासन को सुबह धुंध के कारण छोटे रनवे को बंद करना पड़ा, जिसे दोपहर बाद दृश्यता सुधरने के बाद खोला जा सका. वहीं, तीसरा रनवे रखरखाव संबंधी काम के लिये आज से तीन दिन के लिये बंद कर दिया गया. मौसम विभाग के मुताबिक रनवे पर सुबह सात से आठ बजे के बीच दृश्यता का स्तर 200 मीटर ही रह गया था. इस वजह से दोपहर तीन बजे तक विमानों के प्रस्थान में 90 मिनट से दो घंटे तक की देरी दर्ज की गयी. मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर हवाईअड्डा प्रशासन ने विमानन कंपनियों को अगले तीन दिन तक विमान सेवायें सीमित करने को कहा है. (इनपुट भाषा से)
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मौसम विभाग के मुताबिक तापमान में गिरावट और हवा के थमने की वजह से धुंध छंटने की संभावना बिल्कुल कम हो गयी है. मौसम विभाग अधिकारी डा. के सती देवी ने बताया कि दिल्ली और आसपास के इलाकों में पिछले 48 घंटों के दौरान तापमान और हवा की गति में गिरावट तथा नमी में इजाफे को देखते हुये वायुमंडल में धुंध छाई है. डॉ. सती के अनुसार हवा की गति भी तीन मीटर प्रति सेकेंड के न्यूनतम स्तर पर रहने की वजह से आज धुंध की चादर गहरा गई. इसका असर अगले तीन दिन तक पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उप्र में बने रहने की आशंका है.
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नासा के तस्वीरों में दिखा दिल्ली का धुंध
अंतरिक्ष एजेंसी नासा की तस्वीरों में भी उत्तर भारत के वायुमंडल में आग जनित धुंये की मौजूदगी को दर्शाया गया है. नासा की तस्वीरों में पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के ऊपर धुंए की मौजूदगी को लाल रंग से इंगित करते हुये साफ देखा जा सकता है. दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में हवा की गति थमने के कारण वायुमंडल में मौजूद प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 धुंध की शक्ल में जमा हो गये हैं. इसकी वजह से न सिर्फ हवा में घुटन बढ़ गयी है बल्कि यातायात सहित सामान्य जनजीवन भी प्रभावित हुआ है.
स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक
हवा की गुणवता बताने वाला सूचकांक मंगलवार को अब तक के सबसे गंभीर स्तर पर पहुंच गया. इसके मुताबिक 500 अंक वाला सूचकांक 448 के अंक को पार कर गया. प्रदूषण का यह स्तर इस साल दूसरी बार पार हुआ. इससे पहले दिवाली के अगले दिन 20 अक्तूबर को भी यह स्तर पार हुआ था. खासकर सांस संबंधी बीमारियों के मरीजों, बुजर्ग और बच्चों की परेशानी बढ़ गयी है. साथ ही हवायी सेवाएं भी धुंध के कारण उपजे दृश्यता संकट की वजह से विलंबित हुयी हैं.
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हवाईअड्डा प्रशासन को सुबह धुंध के कारण छोटे रनवे को बंद करना पड़ा, जिसे दोपहर बाद दृश्यता सुधरने के बाद खोला जा सका. वहीं, तीसरा रनवे रखरखाव संबंधी काम के लिये आज से तीन दिन के लिये बंद कर दिया गया. मौसम विभाग के मुताबिक रनवे पर सुबह सात से आठ बजे के बीच दृश्यता का स्तर 200 मीटर ही रह गया था. इस वजह से दोपहर तीन बजे तक विमानों के प्रस्थान में 90 मिनट से दो घंटे तक की देरी दर्ज की गयी. मौसम विभाग की चेतावनी के मद्देनजर हवाईअड्डा प्रशासन ने विमानन कंपनियों को अगले तीन दिन तक विमान सेवायें सीमित करने को कहा है. (इनपुट भाषा से)
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