स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने संयुक्त किसान मोर्चा से माफी मांगते हुए कहा है कि, "मैं एक कार्यकर्ता के तौर पर आंदोलन में काम करता रहूंगा." उन्होंने आश्वस्त किया कि किसान आंदोलन में कोई टूट नहीं पड़ी है. योगेंद्र यादव का यह बयान तब सामने आया है, जब उन्हें संयुक्त किसान मोर्चा ने एक महीने के लिए सस्पेंड कर दिया है. संयुक्त किसान मोर्चा की तरफ से कहा गया है कि हमने बीजेपी का संपूर्ण बहिष्कार किया है. ऐसे में जो नेता बीजेपी के नेता के घर गए हमने उनका भी बहिष्कार किया है. इसलिए योगेंद्र यादव अब एक महीने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा से बाहर रहेंगे. एसकेएम के सदस्य मंजिल सिंह राय ने कहा कि हमने योगेंद्र यादव से कहा है कि वो सार्वजनिक रूप से संगठन से माफी मांगे.
उन्होंने कहा कि लखीमपुर खीरी में बीजेपी के लोगों ने किसानों को गाड़ियों से कुचला और आप उनके घर जाएं? ये स्वीकार नहीं किया जाएगा. वहीं, योगेंद्र यादव ने कहा कि उनसे ये गलती हुई कि उन्होंने बाकी किसान नेताओं से इस संबंध में चर्चा नहीं की. यादव ने कहा कि उनके सिद्धांत हैं इसलिए वो बीजेपी कार्यकर्ताओं के घर गए. उन्होंने कहा कि, "किसानों के यहां तो शादी में कोई जाए या ना जाए पर मौत पर जरूर जाते हैं. हालांकि मैं इसके लिए माफी मांगता हूं." उन्होंने NDTV से खास बातचीत में कहा कि, "ऐसे बड़े आंदोलन में सामूहिक निर्णय प्रक्रिया से जो भी फैसला हुआ है, वो सिर माथे पर है, उसका मैं सम्मान करता हूं. इस आंदोलन की एकता को बनाए रखना देश के लिए सर्वोपरि है."
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