केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बेटे अरिजीत के बचाव में आएं
नई दिल्ली:
भागलपुर में दंगा भड़काने के मामले में बेटे अरिजित शाश्वत के खिलाफ वारंट जारी होने के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे बचाव में आए हैं. उन्होंने कहा है कि उसने कोई गलत काम नहीं किया. उन्होंने कहा, 'सही कहा है कि उसने. जो भगोड़ा होता है वो भागता है, उसने कोई गलत काम नहीं किया है. भारत माता की जयकार और वंदे मातरम किया है उसने, जय श्रीराम कहा है. क्या इस देश के अंदरये अपराध है, अगर ये अपराध तो वो अपराधी हो सकता है.' उन्होंने कहा कि एफआईआर कुछ नहीं है. वह एक कूड़ा है जो कुछ भ्रष्ट अफसरों ने दर्ज की है. मेरे बेटे ने कोई गलती नहीं की है.
इससे पहले अरिजित शाश्वत ने कहा कि मुझे आत्मसमर्पण क्यों करना चाहिए? कोर्ट वारंट जारी करता है लेकिन अदालत आश्रय भी देती है. एक बार जब आप अदालत में जाते हैं तो आप केवल वही करेंगे जो वह आपके लिए तय किया गया होता है. इस पर आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला है.
भागलपुर हिंसा: अरिजित शाश्वत के बयान के बाद तेजस्वी यादव बोले-नीतीश का सरकार पर कंट्रोल नहीं, क्योंकि...
शाश्वत पटना में दो जगह रामनवमी के जुलूस में दिखे और अपना फोटो और वीडियो खुद सोशल मीडिया पर डाला. इससे विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार को घेरने का मौका मिल गया. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित बेटे ने नीतीश कुमार की कानून व्यवस्था को एकदम नंगा कर दिया है. एक तरफ़ नीतीश सरकार उसके खिलाफ वारंट निकलवा रही है दूसरी तरफ वह पटना में खुलेआम तलवार हाथों में लिए घूम रहा है और नीतीश के क़ानून के राज को ज़ोरदार लात मार रहा है.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के ढोंगी व पाखण्डी मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगाई सुपुत्र पर दिखावटी 'अरेस्ट वारंट' निकाल रखा है, लेकिन वह पटना में सीएम आवास के बग़ल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था.
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना होगा कि कोर्ट की तरफ से गिरफ्तारी का वॉरंट जारी होने के बाद भी क्यों अरिजित शाश्वत खुले घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश का सरकार पर कंट्रोल नहीं है और सरकार नागपुर से चल रही है. यह दिखाता है कि वह कितने कमजोर हो चुके हैं. इससे पहले अरिजित शाश्वत ने कहा था कि मैं न्यायालय की शरण में हूं. भागते वो है, खोजना उनको पड़ता है जो कहीं गायब हो गए हो. मैं समाज के बीच में हूं.
सांप्रदायिक तनाव फैलाने का आरोप : मोदी के मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित की तलाश में जुटी पुलिस
रिजित शाश्वत ने कहा कि पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए आती है तो मैं वहीं करूंगा जो वो कहेंगे. मैंने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर रखी है. अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट( एसीजेएम) अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने नाथनगर पुलिस की ओर से दायर अर्जी पर वॉरंट जारी किया. पुलिस ने इस सिलसिले में दर्ज दो प्राथमिकियों में से एक में नामित नौ लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
अतिरिक्त लोक अभियोजक( एपीपी) वीरेश मिश्रा ने बताया, ‘‘ अभय कुमार घोष, सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अमित लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ भी वॉरंट जारी किया गया.’’ भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक( एसएसपी) मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को अदालत के आदेश की प्रति मिली है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
पत्रकारों के सवाल पर बोले गिरिराज, ‘क्या नीतीश जी ने आपके कान में बोला है कि मैं दंगा भड़काता हूं?’
बीते 17 मार्च को भागलपुर में प्रशासन की इजाजत के बगैर झांकी निकालने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में अरिजित को नामजद किया गया है. अरिजित के पिता अश्विनी कुमार चौबे भाजपा के नेता और केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं.
हिंदू नव वर्ष की पूर्वसंध्या पर भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से झांकी निकाली गई थी. इससे जिले के नाथनगर पुलिस थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था. इस घटना में दो पुलिसकर्मी सहित कुछ अन्य लोग जख्मी हो गए थे. भागलपुर की घटना पर विरोध जताते हुए विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा की कार्यवाही ठप कर दी थी. दोनों पार्टियों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
The FIR is nothing but a piece of garbage which was registered by corrupt officers of the area. My son made no mistake: Union Minister Ashwini Choubey on arrest warrant against Arijit Sashwat over Bhagalpur incident pic.twitter.com/8SoPOHcvs0
— ANI (@ANI) March 26, 2018
इससे पहले अरिजित शाश्वत ने कहा कि मुझे आत्मसमर्पण क्यों करना चाहिए? कोर्ट वारंट जारी करता है लेकिन अदालत आश्रय भी देती है. एक बार जब आप अदालत में जाते हैं तो आप केवल वही करेंगे जो वह आपके लिए तय किया गया होता है. इस पर आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला है.
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शाश्वत पटना में दो जगह रामनवमी के जुलूस में दिखे और अपना फोटो और वीडियो खुद सोशल मीडिया पर डाला. इससे विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को नीतीश कुमार को घेरने का मौका मिल गया. उन्होंने एक बयान जारी कर कहा कि केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगा आरोपित बेटे ने नीतीश कुमार की कानून व्यवस्था को एकदम नंगा कर दिया है. एक तरफ़ नीतीश सरकार उसके खिलाफ वारंट निकलवा रही है दूसरी तरफ वह पटना में खुलेआम तलवार हाथों में लिए घूम रहा है और नीतीश के क़ानून के राज को ज़ोरदार लात मार रहा है.
तेजस्वी ने कहा कि बिहार के ढोंगी व पाखण्डी मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के दंगाई सुपुत्र पर दिखावटी 'अरेस्ट वारंट' निकाल रखा है, लेकिन वह पटना में सीएम आवास के बग़ल में ही बीजेपी विधायकों की मौजूदगी में तलवार थामे फेसबुक लाइव कर रहा था.
तेजस्वी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना होगा कि कोर्ट की तरफ से गिरफ्तारी का वॉरंट जारी होने के बाद भी क्यों अरिजित शाश्वत खुले घूम रहे हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश का सरकार पर कंट्रोल नहीं है और सरकार नागपुर से चल रही है. यह दिखाता है कि वह कितने कमजोर हो चुके हैं. इससे पहले अरिजित शाश्वत ने कहा था कि मैं न्यायालय की शरण में हूं. भागते वो है, खोजना उनको पड़ता है जो कहीं गायब हो गए हो. मैं समाज के बीच में हूं.
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रिजित शाश्वत ने कहा कि पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए आती है तो मैं वहीं करूंगा जो वो कहेंगे. मैंने अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर रखी है. अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट( एसीजेएम) अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने नाथनगर पुलिस की ओर से दायर अर्जी पर वॉरंट जारी किया. पुलिस ने इस सिलसिले में दर्ज दो प्राथमिकियों में से एक में नामित नौ लोगों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
अतिरिक्त लोक अभियोजक( एपीपी) वीरेश मिश्रा ने बताया, ‘‘ अभय कुमार घोष, सोनू, प्रमोद वर्मा पम्मी, देव कुमार पांडेय, संजय भट्ट, सुरेंद्र पाठक, अमित लाल साह और प्रणव साह उर्फ प्रणव दास के खिलाफ भी वॉरंट जारी किया गया.’’ भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक( एसएसपी) मनोज कुमार ने बताया कि पुलिस को अदालत के आदेश की प्रति मिली है और सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा.
पत्रकारों के सवाल पर बोले गिरिराज, ‘क्या नीतीश जी ने आपके कान में बोला है कि मैं दंगा भड़काता हूं?’
बीते 17 मार्च को भागलपुर में प्रशासन की इजाजत के बगैर झांकी निकालने के मामले में दर्ज प्राथमिकी में अरिजित को नामजद किया गया है. अरिजित के पिता अश्विनी कुमार चौबे भाजपा के नेता और केंद्र में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री हैं.
हिंदू नव वर्ष की पूर्वसंध्या पर भारतीय नव वर्ष जागरण समिति की ओर से झांकी निकाली गई थी. इससे जिले के नाथनगर पुलिस थाना क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव कायम हो गया था. इस घटना में दो पुलिसकर्मी सहित कुछ अन्य लोग जख्मी हो गए थे. भागलपुर की घटना पर विरोध जताते हुए विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस ने पिछले हफ्ते बिहार विधानसभा की कार्यवाही ठप कर दी थी. दोनों पार्टियों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की थी.
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