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This Article is From Jun 19, 2021

लॉकडाउन खोलने में लापरवाही न बरती जाए, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्र सरकार ने दी हिदायत

गृह मंत्रालय की ओर से राज्यों औऱ केंद्रशासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट (testing, tracking treating ) के फार्मूले और वैक्सीनेशन पर विशेष जोर देने को कहा गया है. साथ ही कोविड गाइडलाइन का पालन सुनिश्चित कराने का भी उल्लेख है. 

लॉकडाउन खोलने में लापरवाही न बरती जाए, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को केंद्र सरकार ने दी हिदायत
Vaccination में तेजी लाने का निर्देश राज्यों को दिया गया है
नई दिल्ली:

केंद्र सरकार ने राज्यों को हिदायत दी है कि लॉकडाउन को धीरे-धीरे खोलने की प्रक्रिया (Lockdown) में सतर्कता जरूरी है.  अनलॉक की कवायद के दौरान कई जगहों पर बाजारों में भीड़ उमड़ने, सड़कों पर जाम जैसी स्थिति के बीच यह निर्देश जारी किया गया है. गृह मंत्रालय की ओर से शनिवार को राज्यों औऱ केंद्रशासित प्रदेशों को भेजे गए पत्र में टेस्ट-ट्रैक और ट्रीट (testing, tracking treating ) के फार्मूले और कोविड वैक्सीनेशन (Vaccination) पर विशेष जोर देने को कहा गया है. साथ ही कोविड गाइडलाइन (Covid Guideline) का पालन सुनिश्चित कराने का भी उल्लेख है. 

केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों को लिखे पत्र में कहा कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए कोविड-19 (Covid-19) रोधी टीकाकरण बेहद अहम है. ऐसे में राज्य और केंद्रशासित प्रदेश वैक्सीनेशन की गति तेज करें. गृह सचिव ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है.कई राज्यों ने संक्रमण को रोकने के लिए फिर प्रतिबंध लगाए हैं.

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण में कमी को देखते हुए कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने प्रतिबंधों में ढील (Unlock) देनी शुरू की है. लिहाजा लॉकडाउन खोलने की प्रक्रिया सतर्कतापूर्वक, विधिवत औऱ और जमीनी हालात का आकलन करके ही शुरू की जाए.  गृह सचिव ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण से निपटने के लिए सावधानी में कोई कमी न की जाए. मास्क का इस्तेमाल, हाथ धोना, सामाजिक दूरी और बंद जगहों को हवादार रखना शामिल है. कुछ राज्यों में प्रतिबंधों में ढील के बाद बाजार में भीड़ जमा हो गई और कोविड-19 से बचाव संबंधी नियमों का पालन नहीं किया गया.

भल्ला ने कहा कि कोरोना महामारी की स्थिति में बदलाव होता रहता है, यानी लहर देखने को मिलती हैं. ऐसे में इलाज करा रहे मरीजों की तादाद में बढ़ोतरी या फिर संक्रमण दर में वृद्धि के शुरुआती संकेत पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है.
छोटी जगहों पर भी मामलों में आई तेजी का ध्यान रखा जाए. अगर कहीं कोरोना के मामलों में तेज बढ़ोतरी देखी जाती है तो तत्काल उचित कदम उठाए जाएं. 

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