नई दिल्ली:
जम्मू-कश्मीर के बांदीपुरा में सीआरपीएफ ने न केवल फिदायीन हमले को नाकाम कर दिया, बल्कि चारों आतंकियों को मार गिराया. सोमवार तड़के आतंकियों ने बांदीपुरा के सुंबल इलाके में सीआरपीएफ की 45 बटालियन के कैंप मे घुसने के लिए फायर किया. आतंकियों ने पहले ग्रेनेड से हमला किया, फिर भारी गोलीबारी की. पहले से ही सतर्क संतरी ने इस हमले को पूरी तरह से नाकाम कर दिया. हमले में शामिल चारों आतंकियों को मार गिराया गया है. इसमें दो विदेशी और दो स्थानीय हो सकते हैं. यह एनकाउंटर करीब 1 घंटे तक चला. बाद में सीआरपीएफ की मदद की लिए जम्मू-कश्मीर पुलिस भी आ गई. मारे गए आतंकियों के पास से चार AK47 और दर्ज़नभर ग्रनेड के साथ भारी मात्रा मे गोला बारूद मिला है.
सीआरपीएफ के मुताबिक-हमले के लिए लश्कर के आतंकी जिम्मेदार हो सकते हैं. बड़ी बात यह कि इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ को कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसके लिए सीआरपीएफ की पोस्ट पर तैनात चौकन्ने जवानों की जितनी भी तारीफ की जाए, वह कम ही होगी. आपको यह बता दें कि ज्यादातर कैंपों पर फिदायीन हमले 3 से 4 बजे तड़के ही हुए हैं और उसमें आतंकी सफल रहे हैं. साथ ही सुरक्षाबलों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है.
3 मई को ही आतंकियों ने कश्मीर के काजीगुंड में सेना के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें दो जवान शहीद हुए और चार घायल. बाद मे आतंकी भाग निकले. उत्तर कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों ने 1 जून को उन दो आतंकियों को मार गिराया था, जिन आतंकियों ने एक दिन हमला कर चार पुलिसकर्मी को घायल कर दिया था. फिलहाल उत्तर कश्मीर में 100 के करीब आतंकी सक्रिय हैं, जिनमें अधिकतर विदेशी हैं, जबकि दक्षिण कश्मीर में भी करीब इतने ही आतंकी सक्रिय हैं, लेकिन उनमें स्थानीय आतंकियों की तादाद ज्यादा है.
सीआरपीएफ के मुताबिक-हमले के लिए लश्कर के आतंकी जिम्मेदार हो सकते हैं. बड़ी बात यह कि इस ऑपरेशन में सीआरपीएफ को कोई नुकसान नहीं हुआ है. इसके लिए सीआरपीएफ की पोस्ट पर तैनात चौकन्ने जवानों की जितनी भी तारीफ की जाए, वह कम ही होगी. आपको यह बता दें कि ज्यादातर कैंपों पर फिदायीन हमले 3 से 4 बजे तड़के ही हुए हैं और उसमें आतंकी सफल रहे हैं. साथ ही सुरक्षाबलों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है.
3 मई को ही आतंकियों ने कश्मीर के काजीगुंड में सेना के काफिले पर हमला कर दिया था, जिसमें दो जवान शहीद हुए और चार घायल. बाद मे आतंकी भाग निकले. उत्तर कश्मीर के सोपोर में सुरक्षा बलों ने 1 जून को उन दो आतंकियों को मार गिराया था, जिन आतंकियों ने एक दिन हमला कर चार पुलिसकर्मी को घायल कर दिया था. फिलहाल उत्तर कश्मीर में 100 के करीब आतंकी सक्रिय हैं, जिनमें अधिकतर विदेशी हैं, जबकि दक्षिण कश्मीर में भी करीब इतने ही आतंकी सक्रिय हैं, लेकिन उनमें स्थानीय आतंकियों की तादाद ज्यादा है.
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