केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि नोटबंदी के कारण आतंकवादियों का वित्त पोषण घट गया है और जम्मू एवं कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं की संख्या पिछले कुछ महीनों में घट गई है. उन्होंने कहा, "पिछले कुछ महीनों में, सुरक्षा बल हावी रहे हैं." लोकसभा में अनुदान की पूरक मांग पर बहस का जवाब देते हुए जेटली ने कहा, "2008 से 2010 तक हमने सड़कों पर हजारों पत्थरबाज देखे. पिछले कुछ महीनों में सड़कों पर 25-50 या 100 से ज्यादा पत्थरबाज नहीं देखने को मिला है. इसका प्रमुख कारण यह है कि आतंकवादियों का वित्तपोषण घट गया है." उन्होंने कहा कि नोटबंदी के परिणामस्वरूप, आतंकवादी बैंकों से पैसे लूटने को मजबूर हुए. यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के निवासी संदीप शर्मा, जिसे दक्षिण कश्मीर में लश्करे तैयबा मॉड्यूल के सदस्य के रूप में गिरफ्तार किया गया था जो एक वेल्डर था और आतंकवादियों के लिए बैंक के लॉकर्स खोलता था. जेटली ने कहा, 'आतंकवादियों को धन की कमी नोटबंदी का प्रत्यक्ष परिणाम है. यह न सिर्फ कश्मीर घाटी में हो रहा है, यह छत्तीसगढ़ में भी हो रहा है.'
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इनकम टैक्स की पैनी नजर
आयकर विभाग कथित टैक्स चोरी के उन 30,000 से अधिक मामलों की जांच कर रहा है, जिनमें करदाताओं द्वारा नोटबंदी के बाद रिटर्न (आईटीआर) में संशोधन किया गया. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के चेयरमैन सुशील चंद्र ने सोमवार को यह जानकारी दी. उन्होंने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम के अवसर पर संवाददाताओं से कहा कि पिछले साल 8 नवंबर के बाद दाखिल आईटीआर की जांच उनके पूर्व टैक्स इतिहास की तुलना करते हुए की गई, तो ये मामले सामने आए.
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