पुलिस की हिरासत में अब्दुल करीम टुंडा
नई दिल्ली:
दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी अब्दुल करीम टुंडा ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि वह कराची में रहता था। सूत्रों के मुताबिक उसने बताया है कि उसका एक ठिकाना पाकिस्तान का मुरिदके था, जहां जमात−उद−दावा और लश्कर−ए−तैयबा का हेडक्वार्टर है।
टुंडा ने यह भी माना है कि पाक अधिकृत कश्मीर में उसने आतंकियों को बम बनाने की ट्रेनिंग दी और उसने यह भी माना है कि ट्रेनिंग के दौरान कई बार लश्कर के चीफ आजम चीमा और जकी−उर−रहमान लखवी मौजूद रहे।
टुंडा ने यह भी बताया है कि 26/11 के मुंबई हमले के ठीक पहले उसने लखवी से मुलाक़ात की थी। लखवी 26/11 के मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं में से एक है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक टुंडा ने यह भी बताया है कि 2002 के बाद से वह फर्जी नोटों के रैकेट में भी शामिल रहा है।
टुंडा ने ही हाफिज सईद को माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम से मिलवाया था। साथ ही टुंडा ने पुलिस को बताया है कि दाऊद कराची में है और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई उस पर नजर रखती है।
टुंडा ने यह भी माना है कि पाक अधिकृत कश्मीर में उसने आतंकियों को बम बनाने की ट्रेनिंग दी और उसने यह भी माना है कि ट्रेनिंग के दौरान कई बार लश्कर के चीफ आजम चीमा और जकी−उर−रहमान लखवी मौजूद रहे।
टुंडा ने यह भी बताया है कि 26/11 के मुंबई हमले के ठीक पहले उसने लखवी से मुलाक़ात की थी। लखवी 26/11 के मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं में से एक है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक टुंडा ने यह भी बताया है कि 2002 के बाद से वह फर्जी नोटों के रैकेट में भी शामिल रहा है।
टुंडा ने ही हाफिज सईद को माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम से मिलवाया था। साथ ही टुंडा ने पुलिस को बताया है कि दाऊद कराची में है और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई उस पर नजर रखती है।
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