तमिलनाडु में वेत्री वेल यात्रा (Vetri Vel Yatra) निकालने पर अड़ी भारतीय जनता पार्टी (BJP) को राज्य सरकार ने यात्रा की इजाजत देने से गुरुवार को इनकार कर दिया है. बीजेपी जहां यात्रा को लेकर अड़ी हुई है, वहीं कोरोना संकट के मद्देनजर तमिलनाडु सरकार यात्रा की अनुमति देने को तैयार नहीं है. बीजेपी ने शुक्रवार को कहा कि चाहे जो भी वह यात्रा निकालेगी. तमिलनाडु बीजेपी के अध्यक्ष एल मुरुगन थिरुवल्लूर जिले में मुरुगन मंदिर के लिए रवाना हुए. जहां से आज यात्रा बीजेपी की योजना के अनुसार शुरू होनी थी. उन्होंने कहा, "मंदिर में पूजा करने का मेरा अधिकार है. पूजा करने मेरा संवैधानिक अधिकार है."
तमिलनाडु पुलिस ने कहा कि वह इस यात्रा से जुड़े किसी भी भाजपा नेता या कार्यकर्ता को हिरासत में लेगी. तमिलनाडु सरकार ने गुरुवार को मद्रास हाई कोर्ट (Madras High Court) में कहा था कि राज्य में COVID-19 की स्थिति को देखते हुए वेत्री वेल यात्रा को मंजूरी नहीं दी जाएगी. यह यात्रा 6 नवंबर से 6 दिसंबर तक होनी है.
यह आयोजन भगवान मुरुगन के सम्मान में किया जाता है. 6 दिसंबर को वेल यात्रा थुटुकुडी जिले में थिरुचेंदूर मुरुगन मंदिर में खत्म होगी. यह यात्रा 6 दिसंबर को खत्म होगी, जब 1992 में बाबरी विध्वंस (Babri Demolition) हुआ था.
बता दें कि गठबंधन के बाद से राज्य में सत्ताधारी दल एआईएडीएमके और उसकी सहयोगी बीजेपी के बीच यह तीसरा टकराव है. इससे पहले, सितंबर में राज्य सरकार ने बीजेपी को वीनगर चतुर्थी समारोह के दौरान मूर्ति विसर्जन की अनुमति देने से इनकार कर दिया था.
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