तूतीकोरिन में पुलिस हिरासत में हुई मौत के मामले पर देशभर में बवाल मचा हुआ है. इस मामले की जांच के बीच में ही तमिलनाडु पुलिस डिपार्टमेंट में बड़े बदलाव किए गए हैं. यहां पूरे राज्यभर में पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है, वहीं चार शहरों में पुलिस चीफ भी बदले गए हैं. दरअसल, कोरोनावायरस लॉकडाउन के तहत तूतीकोरिन में अपनी मोबाइल की दुकान ज्यादा वक्त तक खुला रखने पर पुलिस ने जयराज और उनके बेटे बेनिक्स को गिरफ्तार किया था. अगले दो दिनों में ही दोनों की पुलिस हिरासत में ही मौत हो गई थी. परिवारवालों का आरोप है कि पुलिस ने उन्हें इस दौरान खूब यातनाएं दी थीं, जिसके चलते उनके शरीर पर आतंरिक और बाहरी निशान पाए गए थे. इस घटना के सामने आने के बाद बवाल मचा हुआ है. मामला मद्रास हाईकोर्ट में पहुंच गया है, वहीं राज्य सरकार ने इसकी जांच सीबीआई को सौंप दी है.
पुलिस डिपार्टमेंट हुए इस बड़े बदलाव के तहत मामले में जांच के निशाने पर आए असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस डी कुमार और डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस सी प्रथबन का ट्रांसफर हो गया है. इन दोनों अफसरों पर जांच में खलल डालने का आरोप है. कोर्ट में जमा की मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट में उनपर ये आरोप लगाया गया है. कोर्ट ने इन्हें "compulsory wait" पर रखा था, लेकिन कोर्ट के निर्देशों का उल्लंघन करते हुए उनका तबादला कर दिया गया है. सी प्रथबन को "anti-land grabbing special cell" और कुमार को Prohibition Enforcement Wing में नियुक्त किया गया है. तूतीकोरिन के पुलिस चीफ अरुण बालागोपालन की जगह अभी मंगलवार को ही जयकुमार ने ली है.
इन तबादलों पर राज्य सरकार का कहना है कि सभी-39 ट्रांसफर- रूटीन में थे और पहले से ही तय थे. एक अधिकारी ने NDTV को बताया, 'यह तबादले रूटीन ट्रांसफर थे. और प्रमोशन की अटके पड़े थे. कई ऑफिसर रिटायर भी हुए हैं. ये ट्रांसफर तूतीकोरिन रेंज के बिल्कुल भी नहीं हैं.'
बता दें कि चेन्नई में नए पुलिस कमिश्नर महेश कुमार अग्रवाल की नियुक्ति हुई है. वहीं, मदुराई के नए पुलिस चीफ प्रेम आनंद सिन्हा को बनाया गया है. तिरुचिरापल्ली में डॉ. जे लोगोनाथन और तिरुप्पुर में जी कार्तिकेयन को पुलिस कमिश्नर बनाया गया है.
बता दें कि इस मामले में मंगलवार को कोर्ट में ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट सौंपी गई थी, जिसमें कहा गया था कि जांच के निशाने पर तूतीकोरिन के पुलिस स्टेशन के पुलिसकर्मीं जांच में सहयोग नहीं दे रहे थे, वहीं कोर्ट के स्टाफ पर धौंस जमा रहे थे. एक कॉन्स्टेबल ने यह तक बोला था कि 'वो हमारा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकते'. रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि थाने के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जयराज-बेनिक्स को 19 जून को गिरफ्तार करने के बाद वाले दिन से उपलब्ध नहीं हैं, यानी कि फुटेज डिलीट कर दिए गए हैं.
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