
NIA ने 14 दिन की रिमांड मांगी थी
नई दिल्ली:
एक विशेष अदालत ने शनिवार को एक पाकिस्तानी नागरिक और कथित तौर पर आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करने वाले बहादुर अली उर्फ 'सैफुल्लाह' को 11 अगस्त तक राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की हिरासत में भेज दिया. एनआईए ने अदालत से कहा था कि बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने के लिए आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ करना जरूरी है.
आरोपी की पेशी के बाद एजेंसी ने अदालत को बताया कि मामले के संबंध में उससे पूछताछ करने की जरूरत है, जिसके बाद जिला न्यायाधीश अमर नाथ ने उसे हिरासत में भेज दिया.
सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अपनी याचिका में आतंकी संगठन की बड़ी साजिश का खुलासा करने के लिए आरोपी के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी थी. एजेंसी ने याचिका में बताया था कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर भारत की 'सुरक्षा और संप्रभुता' को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमले करने की साजिश रची थी.
एनआईए आरोपी से जम्मू-कश्मीर में फैली हिंसा में उसके आतंकी संगठन की भूमिका के बारे में भी पूछताछ कर रही है. लाहौर के राईविंड के जहामा गांव के रहने वाले अली को उत्तरी कश्मीर के हंदवारा के कलामाबाद के मवार क्षेत्र के साहामा गांव से 25 जुलाई को पकड़ा गया था. उसके पास से तीन एके-47 राइफल, दो पिस्तौल और 23,000 रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी.
अली को कथित तौर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित लश्कर के कैंप में प्रशिक्षण दिया गया था. उसे नक्शा समझना और जीपीएस उपकरणों को चलाना भी सिखाया गया था. गृह राज्य मंत्री किरन रिजीजू ने कहा है कि अली की गिरफ्तारी से और साजिशों का पर्दाफाश हो सकेगा.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आरोपी की पेशी के बाद एजेंसी ने अदालत को बताया कि मामले के संबंध में उससे पूछताछ करने की जरूरत है, जिसके बाद जिला न्यायाधीश अमर नाथ ने उसे हिरासत में भेज दिया.
सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अपनी याचिका में आतंकी संगठन की बड़ी साजिश का खुलासा करने के लिए आरोपी के लिए 14 दिन की हिरासत मांगी थी. एजेंसी ने याचिका में बताया था कि आरोपी ने अपने साथियों के साथ मिलकर भारत की 'सुरक्षा और संप्रभुता' को अस्थिर करने के लिए आतंकी हमले करने की साजिश रची थी.
एनआईए आरोपी से जम्मू-कश्मीर में फैली हिंसा में उसके आतंकी संगठन की भूमिका के बारे में भी पूछताछ कर रही है. लाहौर के राईविंड के जहामा गांव के रहने वाले अली को उत्तरी कश्मीर के हंदवारा के कलामाबाद के मवार क्षेत्र के साहामा गांव से 25 जुलाई को पकड़ा गया था. उसके पास से तीन एके-47 राइफल, दो पिस्तौल और 23,000 रुपये की भारतीय मुद्रा बरामद हुई थी.
अली को कथित तौर पर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित लश्कर के कैंप में प्रशिक्षण दिया गया था. उसे नक्शा समझना और जीपीएस उपकरणों को चलाना भी सिखाया गया था. गृह राज्य मंत्री किरन रिजीजू ने कहा है कि अली की गिरफ्तारी से और साजिशों का पर्दाफाश हो सकेगा.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)