सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस उच्च क्षमता वाला परिवहन विमान है
पानागढ़:
सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस परिवहन विमान में युद्ध के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की क्षमता है, जिसके एक स्क्वाड्रन का यहां पर गठन किया गया है. यह जानकारी एयर वाइस मार्शल विक्रम सिंह ने दी. वह यहां के अर्जन सिंह वायुसेना स्टेशन पर वायुसेना के छह सी-130जे हरक्यूलस स्क्वाड्रन के सात पैरा जम्पर इंस्ट्रक्टर का अभ्यास देखने के बाद बोल रहे थे.
इस स्टेशन का नाम पहले पानागढ़ वायुसेना स्टेशन था. दिल्ली के नजदीक हिंडन अड्डे के बाद एएफएस अर्जन सिंह सी-130जे सुपर हरक्यूलिस स्क्वाड्रन का दूसरा अड्डा है.
पढ़ें: वायुसेना का सी-130जे विमान ग्वालियर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त, पांच की मौत
पूर्वी वायु कमान के एडवांस्ड हेडक्वार्टर के कमांडिंग एयर ऑफिसर सिंह ने कहा कि भविष्य में किसी भी लड़ाई में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यह पूछने पर कि क्या भारत और चीन के बीच युद्ध होने की स्थिति में सी-130जे सुपर हरक्यूलिस कोई महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, तो सिंह ने कहा कि हम किसी एक विरोधी को ध्यान में रखकर विमान नहीं खरीदते लेकिन इसकी क्षमताओं को देखते हुए ऐसी स्थिति में निश्चित रूप से यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
यह पूछने पर कि किसी अभियान के लिए पहुंचने में इसे कितना वक्त लगेगा तो उन्होंने कहा कि पूर्व में चीन के साथ निकटवर्ती सीमा सिक्किम है और सी-130जे को यहां से पहुंचने में आधा घंटा से भी कम वक्त लगेगा. भारत और चीन के बीच डोकलाम में सड़क निर्माण को लेकर इस वर्ष गतिरोध रहा जो करीब तीन महीने चला.
(इनपुट भाषा से)
इस स्टेशन का नाम पहले पानागढ़ वायुसेना स्टेशन था. दिल्ली के नजदीक हिंडन अड्डे के बाद एएफएस अर्जन सिंह सी-130जे सुपर हरक्यूलिस स्क्वाड्रन का दूसरा अड्डा है.
पढ़ें: वायुसेना का सी-130जे विमान ग्वालियर के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त, पांच की मौत
पूर्वी वायु कमान के एडवांस्ड हेडक्वार्टर के कमांडिंग एयर ऑफिसर सिंह ने कहा कि भविष्य में किसी भी लड़ाई में यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. यह पूछने पर कि क्या भारत और चीन के बीच युद्ध होने की स्थिति में सी-130जे सुपर हरक्यूलिस कोई महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, तो सिंह ने कहा कि हम किसी एक विरोधी को ध्यान में रखकर विमान नहीं खरीदते लेकिन इसकी क्षमताओं को देखते हुए ऐसी स्थिति में निश्चित रूप से यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
यह पूछने पर कि किसी अभियान के लिए पहुंचने में इसे कितना वक्त लगेगा तो उन्होंने कहा कि पूर्व में चीन के साथ निकटवर्ती सीमा सिक्किम है और सी-130जे को यहां से पहुंचने में आधा घंटा से भी कम वक्त लगेगा. भारत और चीन के बीच डोकलाम में सड़क निर्माण को लेकर इस वर्ष गतिरोध रहा जो करीब तीन महीने चला.
(इनपुट भाषा से)
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