बेंगलुरु के जनभारती पुलिस स्टेशन लिमिट के तहत नगरभावी इलाक़े के एक ही घर में पूरे परिवार की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। पहले यह ख़ुदकुशी का मामला समझा जा रहा था, लेकिन बाद में एक दर्दनाक कहानी सामने आई।
दरअसल यतीश पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन का शिकार था। उसने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। बुधवार शाम जब काम करने वाली आई तो यतीश ने उसे वापस भेज दिया। उसने कामवाली से ये कहा कि घर में कोई नहीं है।
आज सुबह जब आया ने दरवाज़ा खटखटाया और किसी ने नहीं खोला तो पड़ोसी को इसकी खबर दी, जिसने पुलिस को फोन पर सूचना दी। जब दरवाज़ा तोड़ा गया और पुलिस अंदर दाखिल हुई तो सब सकते में आ गए।
प्रारंभिक जांच से पता चला कि घर के पांच सदस्यों की हत्या ज़हर दे कर की गई। जो की यतीश ने किया क्योंकि उसी ने आया को घर में दाखिल होने से रोका था और बाद में उसने खुद पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। परिवार किसी आर्थिक तंगी के दौर से नहीं गुज़र रहा था क्योंकि इसके पिता बीएसएनएल में काम करते थे और दो बहनें इंजीनियर थीं।
रिश्तेदारों और पड़ोसियों का कहना है कि यतीश कुछ दिनों से डिप्रेशन में चल रहा था।
This Article is From Mar 13, 2015
बेटे ने मां-बाप और तीन बहनों की ज़हर देकर हत्या की और बाद में की खुदकुशी
- Reported by: Nehal Kidwai
- Edited by: Rajeev Mishra
- India
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मार्च 13, 2015 00:53 am IST
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Published On मार्च 13, 2015 00:25 am IST
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Last Updated On मार्च 13, 2015 00:53 am IST
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