पाकिस्तान के इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) से कुछ राजनयिक, कर्मचारी और उनके परिवारों के सदस्य मंगलवार को वाघा बार्डर के जरिए भारत लौटेंगे. सूत्रों के मुताबिक भारत लौटने वाले इस दल में कुल 38 व्यक्ति शामिल रहेंगे. भारत ने पाकिस्तान में स्थित उच्चायोग में 50 फीसदी स्टाफ कम करने का फैसला किया है. यह वापसी उसी के तहत हो रही है.
दिल्ली के पाकिस्तान उच्चायोग से 143 कर्मचारी, राजनयिक और उनके परिवारों के सदस्य पाकिस्तान लौटेंगे.
गौरतलब है कि भारत ने गत 23 जून को नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग को अपने 50 फीसदी स्टाफ कम करने को कहा था. पाकिस्तान राजनयिक संबंधों के मामले में वियना कन्वेंशन का लगातार उल्लंघन करता है, इसलिए ये फैसला लिया गया है. भारत ने भी इस्लामाबाद में अपना 50 फीसदी स्टाफ कम करने का फैसला लिया है.
पाकिस्तान उच्चायोग के एक्टिंग हाई कमिश्नर को बुलाकर भारत ने उन्हें इस बात की जानकारी दे दी थी और कहा था कि भारत के बार-बार कहने के बावजूद पाकिस्तान का रवैया राजनयिक संबंधों के मापदंड पर खरा नहीं उतर रहा. पाकिस्तान उच्चायोग के अधिकारी जासूसी और आतंकी संगठनों के साथ मेल-मिलाप करते रहे हैं. हाल ही में इसके दो अधिकारी जासूसी करते हुए रंगे हाथ पकड़े गए.
उधर, इस्लामाबाद में भारतीय उच्चायोग के राजनयिकों को लगातार पाकिस्तान की ओर से प्रताड़ित किया जाता रहा है. कुछ दिन पहले ही भारत के दो कर्मचारियों को बंदूक की नोक पर अगवा करके उनके साथ बर्बर व्यवहार किया गया था और फर्जी मामले में फंसाया गया था. दोनों ने 22 जून को वापस देश लौटने के बाद 23 जून को अपनी आपबीती बताई थी कि किस तरह से उन पर ज़ुल्म ढाए गए.
पाकिस्तान विएना संधि और दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों को लिए को लेकर हुए समझौते के उल्लंघन का दोषी रहा है. इस फैसले के लागू हो जाने के बाद दोनों ही देशों के दूतावासों में करीब 55-55 लोगों का स्टाफ़ रह जाएगा.
VIDEO : पाकिस्तान हाई कमीशन में 50 फीसदी स्टाफ की कटौती
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