पठानकोट एयरफोर्स बेस की चौकसी करते सुरक्षाकर्मी (फाइल फोटो)
पठानकोट:
खुफिया सूचनाएं मिलने के बाद पठानकोट के वायुसेना स्टेशन पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है और देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश कौशल ने कहा कि इसी बीच सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस ने लोगों में विश्वास की भावना भरने के लिए सीमांत गांवों में आज पांच घंटे संयुक्त फ्लैग मार्च किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों में संभावित भय को दूर करने के लिए ये उपाय किए जा रहे हैं।
कौशल ने कहा कि सीमा पर खासकर जीरो लाइन के पास स्थित 20 गांवों में चौकसी बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा, 'मैंने सेना और बीएसएफ से इलाके की तलाशी में मदद मांगी है। पंद्रह वाहन सेवा में लगाए गए हैं, जो 'सबसे संवेदनशील' के रूप में चिह्नित किए गए 20 गांवों की निगरानी कर रहे हैं।'
इस साल 2 जनवरी को हथियारबंद आतंकियों का एक समूह तड़के वायुसेना स्टेशन में घुस आया था और सात सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर जान ले ली थी। इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के शार्पशूटरों ने उन्हें मार गिराया। पठानकोट वायुसेना स्टेशन 16 वर्ग किलोमीटर से अधिक भूभाग में फैला हुआ है और वहां करीब 5,000 लोग रहते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राकेश कौशल ने कहा कि इसी बीच सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पंजाब पुलिस ने लोगों में विश्वास की भावना भरने के लिए सीमांत गांवों में आज पांच घंटे संयुक्त फ्लैग मार्च किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों में संभावित भय को दूर करने के लिए ये उपाय किए जा रहे हैं।
कौशल ने कहा कि सीमा पर खासकर जीरो लाइन के पास स्थित 20 गांवों में चौकसी बढ़ा दी गई है। उन्होंने कहा, 'मैंने सेना और बीएसएफ से इलाके की तलाशी में मदद मांगी है। पंद्रह वाहन सेवा में लगाए गए हैं, जो 'सबसे संवेदनशील' के रूप में चिह्नित किए गए 20 गांवों की निगरानी कर रहे हैं।'
इस साल 2 जनवरी को हथियारबंद आतंकियों का एक समूह तड़के वायुसेना स्टेशन में घुस आया था और सात सुरक्षाकर्मियों की गोली मारकर जान ले ली थी। इसके बाद राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के शार्पशूटरों ने उन्हें मार गिराया। पठानकोट वायुसेना स्टेशन 16 वर्ग किलोमीटर से अधिक भूभाग में फैला हुआ है और वहां करीब 5,000 लोग रहते हैं।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं