महाराष्ट्र के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के पत्र विवाद पर शिवसेना ने शाह के बयान का स्वागत किया

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य में पूजा स्थलों को फिर से खोलने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में बेहतर शब्द चुन सकते थे. शिवसेना सांसद संजय राउत ने शाह के बयान का स्वागत किया है.

महाराष्ट्र के राज्यपाल और मुख्यमंत्री के पत्र विवाद पर शिवसेना ने शाह के बयान का स्वागत किया

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा, शाह के बयान के बाद विवाद का अंत हो गया

मुंबई:

शिवसेना (ShivSena)ने महाराष्ट्र Maharashtra) के राज्यपाल और मुख्यमंत्री (Chief Minister) के पत्र विवाद पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान का स्वागत किया है. शाह ने कहा था कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी राज्य में पूजा स्थलों को फिर से खोलने के लिए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे पत्र में बेहतर शब्द चुन सकते थे. शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस बयान का स्वागत किया है.

यह भी पढ़ें- शिवसेना ने पीएम मोदी और अमित शाह से महाराष्ट्र के राज्यपाल को वापस बुलाने को कहा

राउत ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा कि शाह के बयान के बाद शिवसेना ने इस मुद्दे को छोड़ दिया है. कोश्यारी ने हाल ही में ठाकरे को राज्य में धर्मस्थलों को फिर से खोलने के लिए पत्र लिखा था और पूछा था कि क्या शिवसेना अध्यक्ष अचानक से धर्मनिरपेक्ष हो गए. इसके बाद राज्यपाल और मुख्यमंत्री के बीच बयानबाजी तेज हो गई.शाह ने एक चैनल से कहा था कि कोश्यारी बेहतर शब्द चुन सकते थे. राउत ने कहा कि शाह देश के गृह मंत्री हैं और जिम्मेदारी तथा सावधानी से बोलते हैं. राज भवन और राज्यपाल का कार्यालय संवैधानिक संस्थाएं हैं और गृह मंत्रालय के कार्य क्षेत्र में आते हैं.

यह भी पढ़ें- उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में PM मोदी ने महाराष्ट्र में कोरोना की स्थिति पर जताई चिंता

Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com

शिवसेना नेता ने कहा, ‘मुख्यमंत्री के जवाब के बाद राज्यपाल का पत्र अनावश्यक विवाद था और हमने इसे शुरू नहीं किया था. हम केंद्रीय गृह मंत्री के रुख से संतुष्ट हैं और हमारी नाराजगी की वजह समझने के लिए उनका शुक्रिया अदा करते हैं.' राउत ने इन अटकलों को खारिज कर दिया कि शाह शिवसेना को लेकर नरमी बरत रहे हैं. उन्होंने सफाई दी कि इसमें कुछ राजनीतिक नहीं है, उन्होंने जो बोला, वह संविधान के अनुरूप है.



(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)