राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के साथ महाराष्ट्र में कोविड-19 (COVID-19) से उत्पन्न स्थिति को लेकर लंबी बातचीत की. इस दौरान उन्होने उद्योगों को बहाल करने एवं धीरे-धीरे स्थिति सामान्य करके राज्य की अर्थव्यस्था को फिर से पटरी पर लाने के तरीके सुझाए. दोनों नेताओं ने पिछले सप्ताह के आखिर में भी महाराष्ट्र में कोविड-19 (Coronavirus) की स्थिति तथा उसे नियंत्रित करने के उपायों पर चर्चा की थी जहां कई मंत्री मौजूद थे.
मंगलवार की बैठक में पवार ने इस बात पर बल दिया कि कोविड-19 का निकट भविष्य में सफाया नहीं होगा. कोरोनावायरस अब जीवन का हिस्सा है, इस बात को ध्यान में रखते हुए लोगों को उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए जागरूक बनाया जाना चाहिए. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उद्योग अपना कामकाज बहाल करने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि श्रमिक कोरोनावायरस लॉकडाउन के चलते अपने मूल स्थानों को जा चुके हैं.
शरद पवार ने कहा कि ऐसे में श्रमिकों की व्यवस्थित वापसी की योजना तैयार करनी चाहिए ताकि महाराष्ट्र में औद्योगिक गतिविधियां फिर शुरू की जा सकें. राज्य में लॉकडाउन 31 मई तक बढ़ा दिया गया है. पवार ने इस बैठक के बाद ट्वीट किया, '(मैंने) राज्य के माननीय मुख्यमंत्री से कोरोनावायरस की रफ्तार से उत्पन्न स्थिति, चुनौतियां, एहतियाती उपायों और विभिन्न वर्गों के लिए किए जाने वाले उपायों पर चर्चा की. मैंने परिवहन, शिक्षा, कृषि, उद्योग जैसे कई मुद्दों पर सुझाव दिये.'
उन्होंने कहा कि कोविड-19 लॉकडाउन से शैक्षणिक संस्थानों को राजस्व का घाटा हुआ है, जिससे उनके चरमराने की नौबत आ सकती है, ऐसे में यह सुनिश्चित करने के लिए एक अध्ययन दल बनाया जाए कि विद्यार्थियों, शिक्षकों एवं संस्थानों को नुकसान नहीं हो तथा शिक्षण में विलंब न हो. NCP प्रमुख ने औद्योगिक क्षेत्र में बेरोजगार मराठी युवाओं को शामिल करने की योजना तैयार करने का आह्वान किया.
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