एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार (फाइल फोटो)
मुंबई:
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शिवसेना को सत्ता से बेदखल होने की सलाह दी है। पवार मुंबई में एनसीपी की 17वीं सालगिरह पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
इस मौके पर शरद पवार ने शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के उस विवादित बयान की याद दिलाई जिसमें उद्धव ठाकरे ने कहा था कि, राज्य में 'नालायकों की सरकार' है। इस बयान को आधार बनाकर पवार ने कहा कि, उद्धव ऐसी 'नालायकों की सरकार' से दूर हो जाएं।
शिवसेना और बीजेपी के बीच सत्ता को लेकर मनमुटाव पुराना है। जिसमें शिवसेना सत्ता में रहकर लगातार केंद्र की और राज्य की सरकार पर हमले कर रही है। केंद्र की सत्ता में उचित भागीदारी न मिलने से नाराज़ उद्धव ठाकरे ने शुरुआती दिनों में खुद कहा था कि भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफ़ा सौंप देंगे। जबकि, गीते ने सार्वजनिक रूप से आलाकमान के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए पद पर बने रहना पसंद किया।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद प्रमुख विपक्षी दल बनी शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में ये कहकर शामिल हुई कि वो राज्य को स्थिर सरकार देना चाहती है। जबकि दोनों दलों में विवाद बढ़ा देख शिवसेना के नेता संजय राउत ने बीजेपी को ही महाराष्ट्र कि सत्ता से बेदखल होने की अजीबोगरीब सलाह दी थी।
इसी को आगे बढ़ाते हुए शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार को कोसते हुए यहां तक कह दिया कि राज्य में नालायकों की सरकार है।
शिवसेना और बीजेपी के बीच बढ़ी तल्खी का ही ये नतीज़ा है कि बीजेपी की अगुवाई में बनी सरकार में भागीदार होने के बावजूद शिवसेना नेता बीजेपी पर तीखे हमले कर रहे हैं। इसी धागे को पकड़कर एनसीपी मुखिया शरद पवार ने शिवसेना को बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की सलाह दी है। जिस सलाह पर शिवसेना फिलहाल चुप है।
इस मौके पर शरद पवार ने शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के उस विवादित बयान की याद दिलाई जिसमें उद्धव ठाकरे ने कहा था कि, राज्य में 'नालायकों की सरकार' है। इस बयान को आधार बनाकर पवार ने कहा कि, उद्धव ऐसी 'नालायकों की सरकार' से दूर हो जाएं।
शिवसेना और बीजेपी के बीच सत्ता को लेकर मनमुटाव पुराना है। जिसमें शिवसेना सत्ता में रहकर लगातार केंद्र की और राज्य की सरकार पर हमले कर रही है। केंद्र की सत्ता में उचित भागीदारी न मिलने से नाराज़ उद्धव ठाकरे ने शुरुआती दिनों में खुद कहा था कि भारी उद्योग मंत्री अनंत गीते प्रधानमंत्री को अपना इस्तीफ़ा सौंप देंगे। जबकि, गीते ने सार्वजनिक रूप से आलाकमान के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए पद पर बने रहना पसंद किया।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद प्रमुख विपक्षी दल बनी शिवसेना बीजेपी के साथ सत्ता में ये कहकर शामिल हुई कि वो राज्य को स्थिर सरकार देना चाहती है। जबकि दोनों दलों में विवाद बढ़ा देख शिवसेना के नेता संजय राउत ने बीजेपी को ही महाराष्ट्र कि सत्ता से बेदखल होने की अजीबोगरीब सलाह दी थी।
इसी को आगे बढ़ाते हुए शिवसेना पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बीजेपी-शिवसेना गठबंधन की सरकार को कोसते हुए यहां तक कह दिया कि राज्य में नालायकों की सरकार है।
शिवसेना और बीजेपी के बीच बढ़ी तल्खी का ही ये नतीज़ा है कि बीजेपी की अगुवाई में बनी सरकार में भागीदार होने के बावजूद शिवसेना नेता बीजेपी पर तीखे हमले कर रहे हैं। इसी धागे को पकड़कर एनसीपी मुखिया शरद पवार ने शिवसेना को बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ने की सलाह दी है। जिस सलाह पर शिवसेना फिलहाल चुप है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
शरद पवार, एनसीपी अध्यक्ष, शिवसेना, उद्धव ठाकरे, नालायकों की सरकार, Sharad Pawar, NCP Chief, Shivsena, Uddhav Thackeray, Govt Of Incapables