सुप्रीम कोर्ट के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश पर हाल में दो इंटर्न द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाए जाने के एक सप्ताह के बाद एक अन्य महिला वकील ने एक अनाम वरिष्ठ अधिवक्ता पर ऐसी पेशकश करने का आरोप लगाया है जो ‘‘आसक्त रोमांटिक और यौन रुचि’ के थे।
यह महिला अधिवक्ता अब उस वरिष्ठ अधिवक्ता के सहायक के तौर पर काम नहीं करती है। उसने वेबसाइट ‘लीगली इंडिया’ पर अपने अनुभवों को बयां किया है। इसी वेबसाइट ने हाल में दो इंटर्नों के आरोपों को सार्वजनिक किया था कि उन्हें एक न्यायाधीश से यौन उत्पीड़न का सामना करना पड़ा था।
महिला ने यह भी कहा है कि वह नहीं चाहती है कि जो वह लिख रही है, वह कानूनी शिकायत बन जाए क्योंकि उसकी मंशा इसे आगे बढ़ाने की नहीं है।
उसने लिखा है, मैं नहीं चाहती कि यह कानूनी शिकायत बन जाए और मेरी इसे आगे बढ़ाने की मंशा नहीं है। मेरे अंदर पहले ऐसा करने का साहस नहीं था, लेकिन किसी और ने अब कर दिया है तो मैं महसूस करती हूं कि कम से कम मैं उसके और कई अन्य लोगों के प्रयासों में साथ दे सकती हूं।
महिला वकील ने लिखा है, मैं इन बातों को जब से हुआ है तब से अलग-अलग समय पर इसे लिखना चाहती थी, लेकिन हमेशा इससे बचती रही। कानून के पेशे में अपने स्थान के बारे में काफी कम आश्वस्त थी और मुझसे कहा गया कि इसे साबित करना असंभव होगा और मुझे काम पर रखने का अन्य कोई भी जोखिम नहीं लेना चाहेगा और मेरे काम की बजाय मुझे हमेशा इसके लिए जाना जाएगा।
उसने लिखा है, यह अब भी सत्य हो सकता है, लेकिन मुझे उसकी थोड़ी कम परवाह है, थोड़ा अधिक विश्वास है और इसलिए जब लीगली इंडिया ने मुझसे इस बारे में ऐसे समय में लिखने को कहा, जब लोग सुनने और इन मुद्दों के बारे में कुछ करने को तैयार हैं तो मैंने ऐसा करने का फैसला किया।
महिला वकील ने कहा कि उसने किसी समय एक बेहद वरिष्ठ वकील के सहायक के तौर पर काम किया था। सहायक के तौर पर उसके काम करना बंद करने के बावजूद उसे अधिवक्ता की ओर से निवेदन जारी रखा गया। वेबसाइट के अनुसार उसने लिखा है, यह शारीरिक प्रकृति का नहीं था, यह आसक्त रोमांटिक और यौन रुचि का था। यह अनुचित समय पर फोन कॉल से लेकर फूल भेजने, रात्रि भोज का न्योता देने और उसके बाद यौन प्रकृति का ई-मेल फॉरवर्ड करने और एसएमएस चुटकुले भेजने तक था, जो और सुस्पष्ट अभिव्यक्ति वाले थे।
उसने लिखा है, यह प्रणय निवेदन नहीं था, क्योंकि यह मेरे पिता की उम्र के व्यक्ति की ओर से पीछा करने जैसा था।
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