उमा भारती की शिवराज सिंह चौहान को लिखी चिट्ठी लीक हुई है
नई दिल्ली:
केंद्रीय पेय जल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती की मार्च में लिखी एक चिट्ठी लीक हुई है और यह चिट्ठी चर्चा का विषय बन गई है. दरअसल, उमा भारती ने मार्च में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी विनय निगम को IAS प्रमोट करने के लिए एक चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी में उमा भारती ने डीपीसी की चयन प्रक्रिया पर भी सवाल खड़े किए हैं. चिट्ठी में उमा भारती ने साफ लिखा है कि उनसे बदला लेने के लिए कुछ अफसर ऐसा काम कर रहे हैं. ये वही अफसर हैं जिन्हें उन्होंने कभी न कभी दंडित किया था.
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उमा भारती ने चिट्ठी में लिखा है कि जो डीपीसी हुई उसमें विनय निगम के समकालीन लोगों का जो नाम डीओपीटी को भेजा गया उनमें विनय निगम का नाम नहीं है. जो तर्क दिया गया है उस हिसाब से कई अधिकारियों का पक्ष विनय निगम से ज्यादा कमजोर है. उमा भारती ने शिवराज सिंह चौहान को लिखा है कि, 'मुझे विनय निगम के प्रति आपके दृष्टिकोण में कोई त्रुटि नजर नहीं आती है. आपने विनय निगम के मामले में मेरे बीजेपी में लौटकर आने के बाद अपना दृष्टिकोण स्वस्थ रखा, लेकिन मध्यप्रदेश शासन की डीपीसी प्रक्रिया में संलग्न कई अधिकारी हैं जिन्होंने मुझसे बदला लेने का यह अच्छा अवसर माना और मनगढंत तर्क देकर विनय निगम का नाम दिल्ली नहीं भेजा. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि वो उत्तराखंड में अपना मौन व्रत तोड़कर चिट्ठी लिख रही हैं.
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उमा भारती ने चिट्ठी में लिखा है कि जो डीपीसी हुई उसमें विनय निगम के समकालीन लोगों का जो नाम डीओपीटी को भेजा गया उनमें विनय निगम का नाम नहीं है. जो तर्क दिया गया है उस हिसाब से कई अधिकारियों का पक्ष विनय निगम से ज्यादा कमजोर है. उमा भारती ने शिवराज सिंह चौहान को लिखा है कि, 'मुझे विनय निगम के प्रति आपके दृष्टिकोण में कोई त्रुटि नजर नहीं आती है. आपने विनय निगम के मामले में मेरे बीजेपी में लौटकर आने के बाद अपना दृष्टिकोण स्वस्थ रखा, लेकिन मध्यप्रदेश शासन की डीपीसी प्रक्रिया में संलग्न कई अधिकारी हैं जिन्होंने मुझसे बदला लेने का यह अच्छा अवसर माना और मनगढंत तर्क देकर विनय निगम का नाम दिल्ली नहीं भेजा. केंद्रीय मंत्री ने कहा है कि वो उत्तराखंड में अपना मौन व्रत तोड़कर चिट्ठी लिख रही हैं.
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