प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
सरकार ने राज्यसभा में अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण संशोधन बिल 2015 पेश कर दिया। खास बात यह रही कि बिल पेश किए जाने के वक्त भी कांग्रेस के सांसद उप-सभापति के आसन के करीब आकर 'दलित विरोधी सरकार नहीं चलेगी' के नारे लगाते रहे।
कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच बिल पर कोई चर्चा नहीं हो पाई। कार्यवाही को तीन बजे तक स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस के सांसद पंजाब के अबोहर में हुई दलित उत्पीड़न की घटना पर सोमवार सुबह से ही लगातार नारेबाज़ी कर रहे हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने बिल को सदन के पटल पर पेश किया। उप सभापति पीजे कुरियन ने भी हंगामा कर रहे सांसदों से बिल पास कराने में सहयोग करने का अनुरोध किया।
राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि पहले सरकार पंजाब मामले में एक्शन ले उसके बाद बिल की बात करे। संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि कांग्रेस दलितों का मुद्दा उठाती है, लेकिन इसने महत्वपूर्ण बिल पर चर्चा नहीं करना चाहती। नकवी ने कहा कि कांग्रेस केवल दलितों के मुद्दे पर राजनीति करना चाहती है।
कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के बीच बिल पर कोई चर्चा नहीं हो पाई। कार्यवाही को तीन बजे तक स्थगित करना पड़ा। कांग्रेस के सांसद पंजाब के अबोहर में हुई दलित उत्पीड़न की घटना पर सोमवार सुबह से ही लगातार नारेबाज़ी कर रहे हैं।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत ने बिल को सदन के पटल पर पेश किया। उप सभापति पीजे कुरियन ने भी हंगामा कर रहे सांसदों से बिल पास कराने में सहयोग करने का अनुरोध किया।
राज्यसभा में प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद ग़ुलाम नबी आज़ाद ने कहा कि पहले सरकार पंजाब मामले में एक्शन ले उसके बाद बिल की बात करे। संसदीय कार्य राज्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि यह बड़े अफसोस की बात है कि कांग्रेस दलितों का मुद्दा उठाती है, लेकिन इसने महत्वपूर्ण बिल पर चर्चा नहीं करना चाहती। नकवी ने कहा कि कांग्रेस केवल दलितों के मुद्दे पर राजनीति करना चाहती है।
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