खास बातें
- कई मीटिंग में शामिल नहीं हुए स्वास्थ्य सचिव चंद्राकर भारती
- मोहल्ला क्लीनिक स्थापित करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई
- मेरी बिना इजाजत के छुट्टी पर चले गए
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की फटकार और जुर्माने के बाद दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर कहा है कि स्वास्थ्य सचिव चंद्राकर भारती कई मीटिंग में कहने के बावजूद शामिल नहीं हुए और न ही मंत्री से मिलने के लिए उपस्थित रहे.
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने हलफ़नामे में कहा है कि सचिव उपराज्यपाल को रिपोर्ट करने में विश्वास रखते हैं न कि मंत्री को. सतेंद्र जैन ने अपने हलफनामे में उपराज्यपाल पर सवाल उठाते हुए कहा कि मंत्री के मना करने के बावजूद उपराज्यपाल ने उन्हें स्वास्थ्य सचिव बनाया.
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने हलफ़नामे में यह भी कहा कि भारती ने मोहल्ला क्लीनिक को स्थापित करने में कभी दिलचस्पी नहीं दिखाई. उन्होंने छुट्टी पर जाने से पहले मुझसे मिलना भी जरूरी नहीं समझा और यहां तक कि बिना मेरी इजाजत के छुट्टी पर चले गए. मुझे बाद में उपराज्यपाल के दफ्तर से पता चला कि वह 5 सितंबर से 15 सितंबर तक के लिए छुट्टी पर गए हैं.
इतना ही नहीं सचिव ने छुट्टी से लौटने के बाद किसी भी मीटिंग में हिस्सा नहीं लिया जिसमें यह तय होने था कि डेंगू और चिकनगुनिया पर कैसे रोकथाम लगाई जाए?
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने हलफ़नामे में यह भी कहा कि पिछले 20 दिनों से उन्होंने दिल्ली के 15 अस्पतालों में खुद विजिट किया और मरीजों और डॉक्टरों के संपर्क में रहे.