नई दिल्ली:
साईबाबा के भतीजे आरजे रत्नाकर ने बरामद 35.5 लाख नकदी के बारे में रविवार को कहा कि राशि भक्तों की है लेकिन उन्होंने इस बारे में कोई विस्तृत जानकरी देने से इनकार कर दिया। रत्नाकर ने कहा, ये 35 लाख रुपये भक्तों के हैं। अब यह मामला अदालत में है और जांच जारी है, इस बारे में और अधिक जानकारी नहीं दी जा सकती।' पुलिस ने शनिवार को उनसे बरामद नकदी के बारे में पूछताछ की थी। यह नकद राशि की बरामदगी साईबाबा के निजी कक्ष यजुर मंदिर खोले जाने के एक दिन बरामद हुआ था। यह पता चला था कि साईबाबा के निजी कक्ष से 11.56 करोड़ के अलावा 98 किलो सोना, 307 किलो चांदी मिला था। रत्नाकर ने उन आरोपों को बिल्कुल झूठा और च़रित्र को धूमिल करने वाला करार दिया कि ट्रस्ट के सदस्य राशि को बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हममें से कोई ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं। हमने अपना पूरा जीवन भगवान बाबा के पावन चरणों में समर्पित कर दिया है। उन्होंने कहा कि कुछ ऐसे असंतुष्ट लोग हैं जो ऐसे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्यसाई ट्रस्ट सबसे पारदर्शी ट्रस्ट है और हम सभी संवैधानिक आवश्यकताओं का पालन करते हैं। रत्नाकर ने उन अटकलों को खारिज कर दिया कि ट्रस्ट के सदस्यों के बीच मतभेद थे।