कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी के कारण करीब सात महीने से बंद रहने के बाद केरल का प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर (Sabarimala Temple) शनिवार सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. मास्क और COVID-19 निगेटिव रिपोर्ट लेकर कुछ लोगों ने दर्शन भी किये. कोरोनावायरस गाइडलाइंस (COVID Protocols) का पालन करते हुए पांच दिन चलने वाली मासिक पूजा के लिए मंदिर को खोला गया है. आम लोगों को आज सुबह से मंदिर में जाने की अनुमति दे दी गई है. कोरोना महामारी को देखते हुए देश के बड़े धार्मिक स्थलों को बंद किया गया था. अब अनलॉक में धीरे-धीरे धार्मिक स्थानों को फिर से खोला जा रहा है.
शनिवार को सबरीमाला मंदिर में दर्शन के लिए डिजिटल प्रणाली के माध्यम से 246 लोगों ने बुकिंग की है. हर दिन केवल 250 लोगों को मंदिर जाने की अनुमति होगी. केरल में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए अयप्पा मंदिर को कड़े कोरोना प्रोटोकॉल लागू किये गए हैं. जो लोग कोरोना की रिपोर्ट साथ लेकर नहीं जा रहे हैं निलक्कल बेस कैम्प में उनका रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किया जा रहा है. कोरोना प्रोटोकॉल के मद्देनजर घी अभिषेक और अन्नदानम के किये विशेष व्यवस्था की गई है.
अन्य प्रावधानों के तहत, दर्शन के लिए जाने के लिए फिटनेस सर्टिफिकेट ले जाना अनिवार्य है. इसके अलावा मंदिर में सिर्फ 10 से 60 वर्ष के आयु के लोगों को ही प्रवेश मिलेगा. पम्बा नदी में स्नान और मंदिर परिसर में रात में रुकना प्रतिबंधित है.
सबरीमाला में सुरक्षा व्यवस्था का काम पूरा, मासिक 5 दिवसीय पूजा के लिए 16 अक्टूबर को खुलेगा मंदिर
देश में मार्च महीने के अंत में लॉकडाउन (Lockdown) लगने के बाद से पहली बार मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गयी है. मंदिर का प्रबंधन देखने वाले त्रावणकोर देवस्वोम बोर्ड (टीडीबी) के सूत्रों ने बताया कि मंदिर को सुबह पांच बजे खोला गया.
(भाषा के इनपुट के साथ)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं