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This Article is From Jun 25, 2021

तेजस्वी ने चिराग की तरफ फिर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, अब रामविलास पासवान की जयंती मनाएगी RJD

कुछ दिन पहले ही अपनी ही पार्टी में चुनौतियों का सामना कर रहे लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ उनके संबंध "एकतरफा" नहीं रह सकते हैं और यदि उन्हें घेरने का प्रयास जारी रहा तो वह अपने भविष्य के राजनीतिक कदमों को लेकर सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे.

तेजस्वी ने चिराग की तरफ फिर बढ़ाया दोस्ती का हाथ, अब रामविलास पासवान की जयंती मनाएगी RJD
बिहार में तेजस्वी यादव ने LJP को साथ जोड़ने के लिए उठाया ये बड़ा कदम
पटना:

बिहार में राजनीतिक घटनाक्रम तेज़ी से बदल रहे हैं. राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता तेजस्वी यादव के लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान (Chirag Paswan) को एक साथ आने की अपील के बाद अब उनकी पार्टी पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान की जयंती भी 5 जुलाई को मनाएगी. इस मौके पर पार्टी दफ़्तर में उनके चित्र पर पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता माल्यार्पण करेंगे, हालांकि उसी दिन राजद का स्थापना दिवस भी है तो उससे संबंधित कार्यक्रम उसके बाद होंगे. इस बीच चिराग पासवान ने भी दिल्ली में कहा हैं कि तेजस्वी यादव से उनकी बातचीत होती रहती है, लेकिन किसी राजनीतिक तालमेल के बारे में फ़िलहाल उन्होंने कोई संकेत नहीं दिया है. चिराग भी अपने पिता के जयंती के अवसर पर उनके पुराने लोक सभा क्षेत्र हाजीपुर से पूरे राज्य की यात्रा का शुभारंभ 5 जुलाई से ही कर रहे हैं.

बीजेपी से संबंध एकतरफा नहीं रह सकते : चिराग पासवान

कुछ दिन पहले ही अपनी ही पार्टी में चुनौतियों का सामना कर रहे लोक जनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के साथ उनके संबंध "एकतरफा" नहीं रह सकते हैं और यदि उन्हें घेरने का प्रयास जारी रहा तो वह अपने भविष्य के राजनीतिक कदमों को लेकर सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे. चिराग ने एक इंटरव्‍यू में कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान और वह हमेशा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा के साथ ''चट्टान'' की तरह खड़े रहे, लेकिन जब इन ''कठिन'' समय के दौरान उनके हस्तक्षेप की उम्मीद थी, तो भगवा दल साथ नहीं था. चिराग ने रेखांकित किया कि उनका मोदी में विश्वास कायम है. उन्होंने कहा, "लेकिन अगर आपको घेरा जाता है, धकेला जाता है और कोई फैसला लेने के लिए मजबूर किया जाता है, तो पार्टी सभी संभावनाओं पर विचार करेगी. लोजपा को अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में इस आधार पर निर्णय लेना होगा कि कौन उसके साथ खड़ा था और कौन नहीं."

बीजेपी की चुप्पी आहत करती है : चिराग

यह पूछे जाने पर कि क्या मौजूदा संकट के दौरान भाजपा ने उनसे संपर्क किया था, उन्होंने कहा कि भगवा दल का चुप रहना "उचित" नहीं था, जबकि जद (यू) लोजपा में विभाजन के लिए ‘काम कर रही थी.' चिराग ने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि वे (भाजपा) मध्यस्थता करेंगे और चीजों को सुलझाने का प्रयास करेंगे. उनकी चुप्पी निश्चित रूप से आहत करती है."

भाजपा ने कहा है कि लोजपा का संकट क्षेत्रीय पार्टी का आंतरिक मामला है.यह पूछे जाने पर कि उन्होंने राजग के एक अन्य घटक जद (यू) को निशाना बनाया लेकिन भाजपा पर चुप्पी क्यों साधी, चिराग ने कहा कि भाजपा ने उनके बारे में चुप्पी साध रखी है. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी ने उनकी पार्टी को विभाजित करने में "स्पष्ट" भूमिका निभाई और ऐसा करने का उनका इतिहास रहा है.

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