कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने खुशहाली से संबंधित एक वैश्विक रिपोर्ट का हवाला देते हुए शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि संभव है कि जल्द ही भारत ‘घृणा और आक्रोश' में शीर्ष स्थान पर पहुंच जाए. उन्होंने ‘विश्व प्रसन्नता रिपोर्ट' का हवाला दिया, जिसमें भारत 136वें स्थान पर है.
राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘भूख की सूची में 101वां स्थान, स्वतंत्रता की सूची में 119वां स्थान, प्रसन्नता की सूची में 136वां स्थान. परंतु हम जल्द ही घृणा और आक्रोश के चार्ट में सबसे ऊपर हो सकते हैं.'
Hunger Rank: 101
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 19, 2022
Freedom Rank: 119
Happiness Rank: 136
But, we may soon top the Hate and Anger charts! pic.twitter.com/pJxB4p8DEt
इससे पहले, उन्होंने महंगाई के संदर्भ में ट्वीट कर कहा, ‘यह (महंगाई) और बढ़ेगी, क्योंकि कच्चे तेल की कीमत प्रति बैरल 100 डॉलर से अधिक है, खाद्य वस्तुओं की कीमतों में 22 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद है. कोविड ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को बाधित किया है.' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि ‘भारत सरकार को अब कार्रवाई करनी चाहिए और लोगों को महंगाई से बचाना चाहिए.'
Inflation is a TAX on ALL Indians.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 19, 2022
Record price rise had crushed the poor & middle class even before Ukraine war began.
It will increase further as:
- Crude > $100/barrel
- Food prices expected to rise 22%
- COVID disrupts Global Supply Chain
GOI must act NOW. Protect people. pic.twitter.com/yR2Pk7Asaf
सरकार ने सोमवार को जो आंकड़ा जारी किया है, उसके मुताबिक कच्चे तेल और गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने से खुदरा मुद्रास्फीति फरवरी में आठ महीने के उच्चतम स्तर 6.07 प्रतिशत पर पहुंच गई. इस दौरान थोक मूल्य आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर 13.11 प्रतिशत हो गई. यूक्रेन पर 24 फरवरी को रूसी आक्रमण के बाद कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की कीमतों में वृद्धि ने थोक मूल्य सूचकांक पर विपरीत असर डाला है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं