नोटबंदी पर विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस राहुल गांधी
नई दिल्ली:
दिल्ली के कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित विपक्षी दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने नोटबंदी के मुद्दे पर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमले को लेकर फिर करारा वार किया. उन्होंने पीएम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को भी दोहराया.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "उन्हें अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देनी चाहिए. वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल जो भी आरोप लगा रहे हैं, उसमें परिवक्वता की कमी झलकती है.
प्रेस कॉन्फ्रेस के बाद राहुल गांधी ने एनडीटीवी से कहा, "मैंने जो आरोप प्रधानमंत्री पर लगाए हैं उससे पीएम बहुत ज्यादा परेशान हैं. वह व्यक्तिगत रूप से परेशान हैं. यह दुख उनके चेहरे पर दिखाई दे रहा है. ये डर उन डायरियों और टेप को लेकर है जो सत्य हैं."
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि कर अधिकारियों ने छापे के दौरान जो दस्तावेज़ और टेप जब्त किए थे, वो साबित करते हैं कि पीएम मोदी ने गुजरात सीएम के तौर पर करोड़ों रुपये की रिश्वत सहारा और बिड़ला ग्रुप से ली थी.
वहीं, इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, "वे पीएम का इस्तीफा मांग रहे हैं? पूरा देश पीएम मोदी के साथ है." उन्होंने यह भी कहा, "नोटबंदी पूरे देश को देश को ईमानदर बनाने को प्रयास है. यह साफ है कि मोदी के हमले से कौन मुश्किल में है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि राहुल विपक्ष की एकता को बनाए रखने में असफल रहे हैं.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तृणमूल प्रमुख तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि सभी दल इस मुद्दे पर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाकर एक साथ आएंगे. उनका कहना था कि नोटबंदी एक बड़ा घोटाला है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से किसान, मज़दूर, गरीब - सभी परेशान हैं.
ममता ने कहा कि अगर 50 दिन बाद स्थिति नहीं सुधरी तो क्या प्रधानमंत्री जिम्मेदारी लेंगे, क्या वह इस्तीफा देंगे? ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी से हमारा देश 20 साल पीछे चला गया है, सारे विकास कार्य बंद हो गए हैं. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन के नाम पर लोगों को पैसा सरकार ने ले लिया है. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या यही हैं अच्छे दिन. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कहे के हिसाब से 50 दिन में सिर्फ तीन दिन बाकी है, क्या इसके बाद सब ठीक हो जाएगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि आज बैंक 6,000 रुपये भी नहीं दे पा रहे हैं. सरकार ने हमारे सारे अधिकार छीन लिए हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. कैशलेस की बात हो रही है, लेकिन अमेरिका जैसा देश भी पूरी तरह कैशलेस नहीं है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में वादा, वादा होता है, जो पूरा होता नहीं दिख रहा है. ममता ने कहा कि नोटबंदी के बाद अब तक 107 लोगों की जान चली गई है, और हालात 'सुपर एमरजेंसी' जैसे हैं.
(इनपुत भाषा से भी)
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, "उन्हें अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई देनी चाहिए. वहीं, बीजेपी ने पलटवार करते हुए कहा कि राहुल जो भी आरोप लगा रहे हैं, उसमें परिवक्वता की कमी झलकती है.
प्रेस कॉन्फ्रेस के बाद राहुल गांधी ने एनडीटीवी से कहा, "मैंने जो आरोप प्रधानमंत्री पर लगाए हैं उससे पीएम बहुत ज्यादा परेशान हैं. वह व्यक्तिगत रूप से परेशान हैं. यह दुख उनके चेहरे पर दिखाई दे रहा है. ये डर उन डायरियों और टेप को लेकर है जो सत्य हैं."
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि कर अधिकारियों ने छापे के दौरान जो दस्तावेज़ और टेप जब्त किए थे, वो साबित करते हैं कि पीएम मोदी ने गुजरात सीएम के तौर पर करोड़ों रुपये की रिश्वत सहारा और बिड़ला ग्रुप से ली थी.
वहीं, इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, "वे पीएम का इस्तीफा मांग रहे हैं? पूरा देश पीएम मोदी के साथ है." उन्होंने यह भी कहा, "नोटबंदी पूरे देश को देश को ईमानदर बनाने को प्रयास है. यह साफ है कि मोदी के हमले से कौन मुश्किल में है." उन्होंने यह भी जोड़ा कि राहुल विपक्ष की एकता को बनाए रखने में असफल रहे हैं.
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में तृणमूल प्रमुख तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा कि सभी दल इस मुद्दे पर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम बनाकर एक साथ आएंगे. उनका कहना था कि नोटबंदी एक बड़ा घोटाला है. उन्होंने कहा कि नोटबंदी से किसान, मज़दूर, गरीब - सभी परेशान हैं.
ममता ने कहा कि अगर 50 दिन बाद स्थिति नहीं सुधरी तो क्या प्रधानमंत्री जिम्मेदारी लेंगे, क्या वह इस्तीफा देंगे? ममता बनर्जी ने कहा कि नोटबंदी से हमारा देश 20 साल पीछे चला गया है, सारे विकास कार्य बंद हो गए हैं. उन्होंने कहा कि अच्छे दिन के नाम पर लोगों को पैसा सरकार ने ले लिया है. उन्होंने पीएम मोदी से पूछा कि क्या यही हैं अच्छे दिन. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के कहे के हिसाब से 50 दिन में सिर्फ तीन दिन बाकी है, क्या इसके बाद सब ठीक हो जाएगा.
ममता बनर्जी ने कहा कि आज बैंक 6,000 रुपये भी नहीं दे पा रहे हैं. सरकार ने हमारे सारे अधिकार छीन लिए हैं. उन्होंने कहा कि नोटबंदी कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं है. कैशलेस की बात हो रही है, लेकिन अमेरिका जैसा देश भी पूरी तरह कैशलेस नहीं है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में वादा, वादा होता है, जो पूरा होता नहीं दिख रहा है. ममता ने कहा कि नोटबंदी के बाद अब तक 107 लोगों की जान चली गई है, और हालात 'सुपर एमरजेंसी' जैसे हैं.
(इनपुत भाषा से भी)
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