वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को कहा कि पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी पिछले साल सितंबर में दागी सांसदों-विधायकों से संबंधित अध्यादेश के मुद्दे से बेहतर ढंग से निपट सकते थे, जब उन्होंने प्रेस के समक्ष अचानक उपस्थित होकर इसे 'पूरी तरह बकवास' करार दिया था।
सिंह ने एक समाचार चैनल के कार्यक्रम में करन थापर से कहा, 'कुछ मुद्दे हैं जिन्हें बेहतर ढंग से निपटाया जा सकता था।' राहुल गांधी ने पार्टी महासचिव अजय माकन द्वारा आयोजित संवाददाता सम्मेलन में संप्रग सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश पर जमकर हमला बोला था।
सिंह इस संबंध में हुई राहुल की आलोचना से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे।
बार-बार यह पूछे जाने पर कि क्या राहुल मुद्दे से बेहतर ढंग से निपट सकते थे, सिंह ने कहा, 'बिल्कुल'।
उन्होंने कहा, 'सभी लोग, युवा, जोश में होते हैं। इसलिए उसके लिए उन्हें दोष मत दीजिए..' दोषी सांसदों-विधायकों को बचाने के लिए लाए गए अध्यादेश पर राहुल ने अभूतपूर्व और तीखा हमला किया था।
कड़ी भाषा का इस्तेमाल करते हुए राहुल दिल्ली प्रेस क्लब में नाटकीय ढंग से पत्रकारों के समक्ष पेश हुए थे और अध्यादेश को 'पूरी तरह बकवास' बताकर कहा था कि इसे 'फाड़कर फेंक दिया जाना चाहिए।'
बार-बार यह पूछे जाने पर कि कांग्रेस राहुल गांधी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करने से क्यों कतरा रही है, सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करना कांग्रेस की कभी परंपरा नहीं रही है।
उन्होंने कहा, 'यह केवल 2009 में हुआ, क्योंकि तब वर्तमान प्रधानमंत्री की दूसरे कार्यकाल में रूचि थी।'
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