नई दिल्ली:
राष्ट्रपति चुनाव के लिए संप्रग प्रत्याशी के तौर पर प्रणव मुखर्जी की उम्मीदवारी को बल मिलता नजर आया रहा है और इस संबंध में घोषणा अगले सप्ताह हो सकती है।
संप्रग सूत्रों ने बताया कि संभावना है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव आयोग की ओर से चुनाव के लिए अधिसूचना जारी किये जाने के कुछ दिनों बाद यानि 15 जून के करीब राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर सकती हैं। कांग्रेस कार्य समिति ने राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुनने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत किया है।
सोनिया के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने मुखर्जी से उनके नार्थ ब्लाक स्थित कार्यालय में मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने सरकार में शामिल महत्वपूर्ण सहयोगी दलों द्रमुक, राकांपा और रालोद के साथ ही बाहर से समर्थन दे रही सपा का समर्थन पहले ही प्राप्त कर लिया है। सरकार को बाहर से समर्थन दे रही बसपा और उम्मीद है कि संप्रग का दूसरे सबसे बड़े घटक दल तृणमूल कांग्रेस संप्रग उम्मीदवार का विरोध नहीं करेगी।
सूत्रों ने कहा कि हालांकि ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति पद के लिए लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार और कुछ अन्य लोगों के नाम पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर लिये थे लेकिन एकबार मुखर्जी के नाम की घोषणा होने के बाद उनकी पार्टी द्वारा संप्रग का समर्थन किये जाने की उम्मीद है।
इसके पीछे तर्क यह है कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से बंगाल से आने वाले किसी उम्मीदवार का विरोध करने किये जाने की संभावना नहीं है। सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस कोर समूह की बैठक में किसी भी नाम पर विचार विमर्श नहीं किया गया जिसमें सोनिया, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया था।
इस बीच अन्नाद्रमुक और बीजद की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित पूर्व लोकसभाध्यक्ष पी ए संगमा ने राजग के समर्थन हासिल करने के लिए आज लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की।
संप्रग सूत्रों ने बताया कि संभावना है कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी चुनाव आयोग की ओर से चुनाव के लिए अधिसूचना जारी किये जाने के कुछ दिनों बाद यानि 15 जून के करीब राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा कर सकती हैं। कांग्रेस कार्य समिति ने राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुनने के लिए सोनिया गांधी को अधिकृत किया है।
सोनिया के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल ने मुखर्जी से उनके नार्थ ब्लाक स्थित कार्यालय में मुलाकात की। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने सरकार में शामिल महत्वपूर्ण सहयोगी दलों द्रमुक, राकांपा और रालोद के साथ ही बाहर से समर्थन दे रही सपा का समर्थन पहले ही प्राप्त कर लिया है। सरकार को बाहर से समर्थन दे रही बसपा और उम्मीद है कि संप्रग का दूसरे सबसे बड़े घटक दल तृणमूल कांग्रेस संप्रग उम्मीदवार का विरोध नहीं करेगी।
सूत्रों ने कहा कि हालांकि ममता बनर्जी ने कुछ दिनों पहले राष्ट्रपति पद के लिए लोकसभाध्यक्ष मीरा कुमार और कुछ अन्य लोगों के नाम पसंदीदा उम्मीदवार के तौर पर लिये थे लेकिन एकबार मुखर्जी के नाम की घोषणा होने के बाद उनकी पार्टी द्वारा संप्रग का समर्थन किये जाने की उम्मीद है।
इसके पीछे तर्क यह है कि तृणमूल कांग्रेस की ओर से बंगाल से आने वाले किसी उम्मीदवार का विरोध करने किये जाने की संभावना नहीं है। सूत्रों ने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस कोर समूह की बैठक में किसी भी नाम पर विचार विमर्श नहीं किया गया जिसमें सोनिया, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कुछ अन्य नेताओं ने हिस्सा लिया था।
इस बीच अन्नाद्रमुक और बीजद की ओर से राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार के रूप में नामित पूर्व लोकसभाध्यक्ष पी ए संगमा ने राजग के समर्थन हासिल करने के लिए आज लालकृष्ण आडवाणी से मुलाकात की।
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