बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के बीच बड़ी-बड़ी बातें करने की प्रतियोगिता चल रही है और यूपी में अराजकता का माहौल बना हुआ है। अराजक और अव्यवस्थित माहौल देखते हुए प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए।
लखनऊ में शुक्रवार को मायावती ने उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड के पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक के बाद उन्होंने कहा कि सपा तथा केंद्र सरकार में बड़ी-बड़ी बातें करने की प्रतियोगिता चल रही है।
बकौल मायावती, दोनों पार्टियां जनता के सामने लुभावने वादे कर तालियां तो जरूर बटोर रही हैं, लेकिन जनता बाद में अपने को छला महसूस कर रही है। दोनों ही पार्टियां शांति, सौहार्द तथा न्यायपूर्ण माहौल देने में असफल हैं। जनता का ध्यान खींचने के लिए बेसिर-पैर की बातों पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में घोर अराजकता व अव्यवस्था के कारण जंगलराज है। इस माहौल में आम आदमी का जीवन काफी असुरक्षित है। इस व्यवस्था में हर अपराधी अपने को कानून से ऊपर समझ रहा है।
बसपा प्रमुख ने कहा कि प्रदेश में संवैधानिक परंपरा तथा कानून-व्यवस्था का पालन नहीं हो रहा है। जनता बेहाल है, प्रदेश में लूटमार का बाजार गरम है। बिजली तथा पानी की किल्लत से लोग परेशान होकर पलायन की सोच रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के राज्यपाल राम नाइक भी प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर सार्वजनिक रूप से नाराजगी जता चुके हैं। ऐसे में नाइक को केंद्र सरकार से उत्तर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश करनी चाहिए।
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