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This Article is From Jan 21, 2018

राजस्थान की इस महिला कुली की कहानी सुनकर भावुक हो गए राष्ट्रपति

ऐश्वर्या राय बच्चन और 90 अन्य महिलाओं के साथ राष्ट्रपति भवन में सम्मानित हुईं राजस्थान की महिला कुली मंजू

राजस्थान की इस महिला कुली की कहानी सुनकर भावुक हो गए राष्ट्रपति
राष्ट्रपति भवन (फाइल फोटो).
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
मंजू का वजन 30 किलोग्राम और यात्रियों का बैग भी 30 किलोग्राम
तीन बच्चों को पालने की जिम्मेदारी ने कुली बनने पर मजबूर किया
छह महीने तक प्रशिक्षण लेने के बाद कुली बन सकी मंजू
नई दिल्ली: राजस्थान की पहली महिला कुली मंजू ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि आजीविका कमाने के लिए पुरुषों के वर्चस्व वाले पेशे में काम करने की उसकी विवशता उसे एक दिन ऐश्वर्या राय बच्चन और 90 अन्य महिलाओं के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचा देगी.

जब जयपुर रेलवे स्टेशन पर 15 नंबर की कुली मंजू ने इस काम को करने की अपनी परिस्थितियों को बयां किया तो राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी भावुक हो गए.

मंजू ने राष्ट्रपति भवन में अपने-अपने क्षेत्र में उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं को संबोधित करते हुए शनिवार को कहा, ‘‘मेरा वजन 30 किलोग्राम था और यात्रियों का बैग भी 30 किलोग्राम था लेकिन तीन बच्चों को पालने के बोझ के मुकाबले यह कहीं नहीं था. मेरे पति की मौत के बाद मुझे उन्हें पालना था. मेरे भाई ने मुझे जयपुर आने और कोई काम ढूंढने के लिए कहा.’’ उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने मुझे छह महीने तक प्रशिक्षण दिया और उसके बाद मैं कुली बन गई.

VIDEO : कुलियों को मिला नया नाम

मंजू और कुछ अन्य महिलाओं की कहानियां सुनने के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि यहां हर किसी के पास सुनाने के लिए अपनी एक कहानी है. इस कार्यक्रम में अलग-अलग पृष्ठभूमि की 90 से अधिक महिलाओं को सम्मानित किया गया.
(इनपुट भाषा से)

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