![ऑक्सफोर्ड के टीके कोविशील्ड के अंतिम परीक्षण की तैयारी तेज, सीरम और ICMR ने मिलाया हाथ ऑक्सफोर्ड के टीके कोविशील्ड के अंतिम परीक्षण की तैयारी तेज, सीरम और ICMR ने मिलाया हाथ](https://c.ndtvimg.com/2020-10/a4kc1uvg_coronavirus-vaccine-reuters_625x300_17_October_20.jpg?downsize=773:435)
दुनिया में टीके को लेकर बढ़ती बेचैनी के बीच भारत से एक अच्छी खबर आई है. भारत ने दुनिया में सबसे भरोसेमंद मानी जा रही ऑक्सफोर्ड (Oxford) की वैक्सीन कोविशील्ड (Covishield) के अंतिम और निर्णायक परीक्षण की तैयारी पूरी हो गई है. सीरम (Serum) इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और आईसीएमआर (ICMR) ने कोविशील्ड के ट्रायल के लिए 1600 वालंटियर का चुनाव कर इसका परीक्षण भी शुरू कर दिया है.
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तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल में, जितने प्रतिभागियों को वैक्सीन देनी थी वो दी जा चुकी है अब आगे इसका असर देखा जाएगा. भारत मे 1600 प्रतिभागियों के साथ 15 जगहों पर चल रहा है ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी/एस्ट्राजेनेका (Astrazeneca) की वैक्सीन कोविशील्ड के दूसरे और तीसरे चरण का ट्रायल समानांतर तरीके से चल रहा था. वैक्सीन का ट्रायल ब्रिटेन, अमेरिका, ब्राज़ील और दक्षिण अफ्रीका में भी चल रहा है.
आईसीएमआर इन क्लीनिकल ट्रायल (Clinical Trial) में परीक्षण स्थलों से जुड़े खर्च को उठा रहा है. जबकि सीरम अन्य लागत का वहन कर रही है. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला (CEO Adar Poonawala) ने एक बयान में कहा, आईसीएमआर वैक्सीन के विकास में अग्रणी भूमिका निभाते हुए कोविड-19 के खिलाफ जंग को मजबूत बना रहा है. उन्होंने कहा कि सीरम और आईसीएमआर (Indian Council of Medical Research) के बीच सहयोग देश में प्रभावकारी वैक्सीन बनाने और लोगों में प्रतिरोधी क्षमता विकसित करने में मददगार साबित होगा.
पूनावाला के मुताबिक, सरकारी और निजी संस्थान के बीच यह साझेदारी वायरस को फैलने से रोकने और महामारी के इलाज के प्रबंधन में भी सहायक होगी. ICMR के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि यह साझेदारी विशेषज्ञता के बीच साझेदारी के साथ महामारी के खिलाफ एकजुट होकर प्रहार करने का प्रतीक है.
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