पुंछ / नई दिल्ली/ पटना:
नियंत्रण रेखा को पारकर जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में सोमवार आधी रात को भारतीय सेना पर पाकिस्तानी सेना की अगुवाई में किए गए घुसपैठियों के हमले में पांच सैनिकों के शहीद होने की घटना के बाद आज सेना प्रमुख जनरल बिक्रम सिंह पुंछ के दौरे पर हैं। इस घटना को लेकर पाकिस्तान में नवाज शरीफ के सत्ता संभालने के दो महीने बाद दोनों देशों के बीच संबंध एक बार फिर तनावपूर्ण हो गए हैं। इस मामले को लेकर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आज अपने आवास पर विपक्षी दल बीजेपी के नेताओं से मुलाकात करेंगे।
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि हमले में शहीद हुए बिहार के चार सैनिकों की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ कराई जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नीतीश ने बिहार के शहीद जवानों के परिजन को राज्य सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये दिए जाने की भी घोषणा की है।
शहीद जवानों को मंगलवार शाम पुंछ में श्रद्धांजलि दी गई और आज सभी जवानों के शव उनके पैतृक गांव भेजे जाएंगे। जो जवान शहीद हुए, उनके नाम हैं − बिहार रेजीमेंट के नायक प्रेमनाथ सिंह, लांसनायक शंभूशरण राय, सिपाही रघुनंदन प्रसाद, सिपाही विजय कुमार राय और 14, मराठा लाइट इन्फैंट्री के नायक माने कुंडलिक कर्बा।
इस हमले को लेकर मंगलवार को संसद में तीखी प्रतिक्रिया दिखी। रक्षामंत्री एके एंटनी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा की पवित्रता कायम रखने के लिए जरूरी कदम उठाने को पूरी तरह तैयार है। एंटनी ने कहा, "पांच भारतीय सैनिक शहीद हो गए और एक घायल हो गया। हमले को भारी हथियारों से लैस लगभग 20 आतंकवादियों ने अंजाम दिया। उनके साथ पाकिस्तानी सेना की वर्दी में अन्य लोग भी थे।"
सरकार ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया, हालांकि पाकिस्तान इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार कर रहा है। सरहद पर पाकिस्तानी हमले के विरोध में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने रक्षामंत्री एके एंटनी के घर के सामने प्रदर्शन किया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ने का प्रयास किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। बीजेपी का आरोप है कि सरकारी की कमजोर विदेश नीति और पाकिस्तान के प्रति सरकार के नरम रुख से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
इस बीच, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने ऐलान किया है कि हमले में शहीद हुए बिहार के चार सैनिकों की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ कराई जाएगी। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नीतीश ने बिहार के शहीद जवानों के परिजन को राज्य सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये दिए जाने की भी घोषणा की है।
शहीद जवानों को मंगलवार शाम पुंछ में श्रद्धांजलि दी गई और आज सभी जवानों के शव उनके पैतृक गांव भेजे जाएंगे। जो जवान शहीद हुए, उनके नाम हैं − बिहार रेजीमेंट के नायक प्रेमनाथ सिंह, लांसनायक शंभूशरण राय, सिपाही रघुनंदन प्रसाद, सिपाही विजय कुमार राय और 14, मराठा लाइट इन्फैंट्री के नायक माने कुंडलिक कर्बा।
इस हमले को लेकर मंगलवार को संसद में तीखी प्रतिक्रिया दिखी। रक्षामंत्री एके एंटनी ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि भारतीय सेना नियंत्रण रेखा की पवित्रता कायम रखने के लिए जरूरी कदम उठाने को पूरी तरह तैयार है। एंटनी ने कहा, "पांच भारतीय सैनिक शहीद हो गए और एक घायल हो गया। हमले को भारी हथियारों से लैस लगभग 20 आतंकवादियों ने अंजाम दिया। उनके साथ पाकिस्तानी सेना की वर्दी में अन्य लोग भी थे।"
सरकार ने पाकिस्तान के उप उच्चायुक्त को तलब कर अपना विरोध दर्ज कराया, हालांकि पाकिस्तान इस हमले में अपना हाथ होने से इनकार कर रहा है। सरहद पर पाकिस्तानी हमले के विरोध में मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा ने रक्षामंत्री एके एंटनी के घर के सामने प्रदर्शन किया। भारतीय जनता युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने पुलिस की घेराबंदी तोड़ने का प्रयास किया और सरकार विरोधी नारे लगाए। बीजेपी का आरोप है कि सरकारी की कमजोर विदेश नीति और पाकिस्तान के प्रति सरकार के नरम रुख से हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
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