लद्दाख में अपने ओजपूर्ण संबोधन से PM नरेंद्र मोदी ने चीन को दिए ये 5 कड़े संदेश...

पूर्वी लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प (Ladakh Clash) के भारतीय जवानों की हौसला अफजाई करने पीएम नरेंद्र मोदी शुक्रवार को लेह पहुंच गए. अपने संबोधन में पीएम ने कुटिल चालें चल रहे चीन को कुछ कड़े संदेश भी दे डाले.

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प (Ladakh Clash) के भारतीय जवानों की हौसला अफजाई करने पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शुक्रवार को लेह पहुंच गए. अपने संबोधन में पीएम ने कुटिल चालें चल रहे चीन को कुछ कड़े संदेश भी दे डाले.

पीएम के संबोधन में चीन को दिए गए 5 कड़े संदेश

  1. चीन को संदेश देते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा-विस्तारवाद का युग समाप्त हो चुका है. विस्तारवाद विश्व शांति एवं पूरी मानवता के लिए ख़तरा है. विस्तारवाद ने ही मानव जाति का विनाश किया. पूरी दुनिया विस्तारवाद के ख़िलाफ़ मन बना चुकी है. विकासवाद का समय है.'' गौरतलब है कि चीनी कुटिल चाल चलते हुए दूसरे देशों की जमीन पर अपना दावा जताता रहा है. 

  2. नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में जवानों से कहा-वीर भोग्य वसुंधरा. यानी वीर अपने शस्त्र की ताकत से ही मातृभूमि की रक्षा करते हैं. ये धरती वीर भोग्या है. इसकी रक्षा-सुरक्षा को हमारा सामर्थ्य और संकल्प हिमालय जैसा ऊंचा है. ये सामर्थ्य और संकल्प में आज आपकी आंखों पर, चेहरे पर देख सकता हूं. आप उसी धरती के वीर हैं, जिसने हजारों वर्षों से अनेकों आक्रांताओं के हमलों और अत्याचारों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. हम वो लोग हैं जो बांसुरीधारी कृष्ण की पूजा करते हैं, वहीं सुदर्शन चक्रधारी कृष्ण को भी अपना आदर्श मानते हैं.''

  3. पीएम ने कहा, भारत आज जल, थल, नभ और अंतरिक्ष तक अपनी ताकत का इजाफा कर रहा है. हम आधुनिक आयुधों का इस्‍तेमाल कर रहे हैं और  दुनिया की आधुनिक से आधुनिक तकनीक भारत की सेना में शामिल कर रहे है. युद्ध की बात हो या फिर शांति की बात, जब भी जरुरत पड़ी है तो विश्व ने हमारे वीरों का पराक्रम भी देखा है.

  4. जब देश की रक्षा आपके (देश के जवानों के)हाथों में है तो देश निश्चिंत है. आपके रहते देश निश्चिंत है. आपके त्याग, बलिदान के कारण हमारा आत्‍मनिर्भर भारत का सपना और मजबूत होत रहा है. अभी जो आपने और आपके साथियों ने वीरता दिखाई है उसने पूरी दुनिया में संदेश दिया है कि भारत की ताकत क्या है? 

  5. राष्‍ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्तियां दोहराते हुए पीएम ने कहा-जिनके सिंहनाद से सहमी, धरती रही अभी,धरती रही अभी तक डोल,कलम आज उनकी जय बोल.....प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारतीय जवानों ने अपने अंदर की आग और गुस्सा दिखा दिया है. आपके पुरुषार्थ और साहस पर हमें नाज है.'महान तमिल कव‍ि तिरुवल्‍लुवर की कविता का उल्‍लेख करते हुए पीएम ने कहा- तिरुवल्‍लुवर ने कहा था-शौर्य, सम्‍मान, मर्यादापूर्ण व्‍यवहार और विश्‍वसनीयता ये चार गुण किसी भी देश की सेना का प्रतिबिंब होते हैं भारतीय सेना हमेशा से इसी मार्ग पर चली है