
गृह युद्ध जैसे हालात से जुझ रहे यमन में फंसे 4,000 भारतीयों की सुरक्षा को लेकर चिंतित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात सउदी अरब के शाह सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सऊद से टेलीफोन पर बातचीत कर उनसे मदद मांगी है।
सउदी के शाह ने मोदी से बातचीत की और इस दौरान प्रधानमंत्री ने उन्हें लोगों को यमन से निकालने की भारत की योजना के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने लोगों को निकालने में सउदी अरब का समर्थन और सहयोग मांगा है।
दोनों देशों के बीच 'मजबूत और घनिष्ठ' संबंधों को याद करते हुए सउदी के शाह ने मोदी को आश्वासन दिया कि वह यमन में भारतीय की सुरक्षा पर पूरा ध्यान देंगे और उन्हें जल्दी तथा सुरक्षित निकालने में हर संभव मदद करेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, 'प्रधानमंत्री ने यमन में फंसे करीब 4,000 भारतीयों की सुरक्षा और कल्याण को लेकर अपनी गंभीर चिंता से उन्हें अवगत कराया।' बयान के मुताबिक, 'प्रधानमंत्री ने महामहिम शाह सलमान से लोगों को निकालने की भारत की योजना साझा की और यमन से भारतीय नागरिकों को निकालने में महामहिम से समर्थन और सहयोग की मांग की।'
वहीं भारत ने यमन में फंसे भारतीयों को वहां से लाने के लिए सोमवार को दो यात्री पोत जिबूती बंदरगाह भेजे हैं। (यमन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए दो जहाज रवाना)
कोचीन पोर्ट ट्रस्ट के उप सचिव जिजु थॉमस ने से कहा, 'यमन में फंसे भारतीयों को लाने के लिए लक्षद्वीप प्रशासन के दो यात्री पोत सोमवार सुबह कोच्चि से जिबूती बंदरगाह रवाना हुए।' उन्होंने कहा, 'इन दो पोत में कुल 1200 यात्री सवार हो सकते हैं। पोतों को जिबूती बंदरगाह पहुंचने में कम से कम पांच से सात दिन का समय लगेगा।'
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