केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने फिर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर निशाना साधा है. गुजरात के राजकोट शहर में नगर निकाय चुनावों के लिए एक रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर गांधी राहुल का जिक्र करते हुए कहा कि गांधी परिवार के 'युवराज' ने मनमोहन सिंह जी द्वारा पारित कानून की कॉपी फाड़ दी थी. 'युवराज' किसी भी कार्यक्रम में जाने से पहले अपनी 'माता जी' और पीएम को अपनी बात मनवाने के लिए मजबूर करते थे लेकिन जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने और पहली बार संसद पहुंचे तो उन्होंने संसद की सीढ़ियों पर झुककर खुद को 'प्रधान सेवक' घोषित किया.
केंद्रीय मंत्री ने इससे पहले असम में चाय श्रमिकों की मजदूरी पर की गई राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर भी उन पर निशाना साधा, जिसमें कथित तौर पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस गुजरात के बागान मालिकों से अधिक भुगतान करवाकर असम के चाय श्रमिकों की मजदूरी में वृद्धि कराएगी.
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ईरानी ने कहा, “2019 में अमेठी सीट से हारने वाले कांग्रेस के एक नेता ने असम में एक रैली में कहा था कि वह गुजरात के छोटे चाय कारोबारियों और दुकानदारों की जेब से पैसे निकालेंगे.” उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति उनकी घृणा ऐसी है कि कांग्रेस, जो पहले केवल एक चाय बेचने वाले (मोदी का स्पष्ट संदर्भ) से नफरत करती थी, अब चाय पीने वाले हर गुजराती से चिढ़ती है.”
कुछ दिन पहले अपनी असम रैली में राहुल गांधी ने दावा किया था कि चाय बागान के श्रमिकों को प्रतिदिन 167 रुपये मिलते हैं, लेकिन उनकी पार्टी यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें 365 रुपये मिले और यह पैसा “गुजरात के व्यापारियों” से आएगा. ईरानी ने आगे कहा, “किसी ऐसी पार्टी के लिए मतदान करने की गलती न करें जिसने केंद्र में सत्ता में आने पर गुजरात के विकास को रोकने की कोशिश की.” गुजरात में छह नगर निगमों के चुनाव 21 फरवरी को होने हैं. इसके अलावा 81 नगरपालिकाओं, 31 जिला पंचायतों और 231 तालुका पंचायतों के लिए 28 फरवरी को चुनाव होगा.
एक दिन पहले ही ईरानी ने राहुल गांधी को गुजरात में छोटे चाय कारोबारियों की जेब से ‘‘धन निकालने'' और राज्य से चुनाव लड़ने का साहस दिखाने की चुनौती दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात और यहां के लोगों के प्रति कांग्रेस का ‘‘नफरत भरा और पक्षपाती'' रवैया नया नहीं है, क्योंकि राहुल गांधी और उनकी पार्टी ने गुजरात में सरदार वल्लभभाई पटेल की याद में ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' के निर्माण के प्रस्ताव का भी विरोध किया था.
कपड़ा एवं महिला और बाल विकास मंत्री ने कहा, ‘‘मैं राहुल गांधी को चुनौती देती हूं कि अगर उनमें साहस है तो वह गुजरात से चुनाव लड़ें. उनकी सारी गलतफहमी दूर हो जाएगी.'' एक दिन पहले ही बीजेपी के कई बड़े नेताओं ने मत्स्य पालन मंत्रालय ना होने के राहुल गांधी के दावे के बाद उन्हें आड़े हाथों लिया था और कहा कि यह मंत्रालय पहले से ही अस्तित्व में है. भाजपा नेताओं ने गांधी पर ‘‘झूठ'' की राजनीति करने का आरोप भी लगाया. (भाषा इनपुट्स के साथ)
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